हम घोषणापत्र नहीं जारी करते, सत्ता में आने पर कार्य करके दिखाते हैः मायावती
प्रतापगढ़ में बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद और कौशांबी लोकसभा से प्रत्याशियों के लिए मांगा जनसमर्थन
प्रतापगढ़ (हरिश्चंद्र यादव). प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद और कौशांबी लोकसभा क्षेत्र के बसपा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभा में बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने सपा, कांग्रेस और भाजपा पर जमकर हमला बोला। खासतौर से सत्ताधारी दल भाजपा की नीतियों पर प्रहार करते हुए बहुजन समाज से अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को जिताने की अपील की।
विश्वनाथगंज, कोहला मोड़ के पास स्थित मैदान में हुई जनसभा में मायावती (Mayawati) ने मंच पर माइक संभालने के बाद पार्टी पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं का आभार जताया और स्पष्ट किया कि बहुजन समाज पार्टी यह आम चुनाव अपने दम पर अकेले लड़ रही है। मायावती ने कहा, उन्होंने टिकट बंटवारे में भी सर्वसमाज की भावनाओं का ख्याल रखा और उन्हे भी उचित भागीदारी दी है।
कोहला मोड़ के पास हुई सभा में उमड़ी भीड़ का जोश देख मायावती ने कहा, आपका जोश देख मुझे यह आभास हो रहा है कि पिछली बार की तरह इस बार भी आप सभी बेहतर रिजल्ट जरूर लाएंगे। कहा कि आजादी के बाद से अधिकतर समय सत्ता कांग्रेस के पास रही, लेकिन अपनी गलत नीतियों और कार्यों के कारण आज वह सत्ता से पूरी तरह से बाहर हो चुकी है। पिछले कुछ वर्षों से भाजपा भी कांग्रेस की तरह जातिवादी, पूंजीवादी और संकीर्ण विचारधारा से कार्य कर रही है। इस बार भाजपा भी केंद्र की सत्ता में आसानी से वापस नहीं आने वाली।
फ्री एंड फेयर चुनाव की वकालत करते हुए मायावती (Mayawati) ने कहा, इस बार कोई नाटकबाजी, जुमलेबाजी और गारंटी काम में नहीं आनेवाली। भाजपा ने जो अच्छे दिन का ख्वाब दिखाया था, उसका एक चौथाई भी पूरा नहीं हुआ। बल्कि देश के पूंजीपतियों, धन्नासेठों की संपत्ति में इजाफा हुआ।
बसपा किसी धन्नासेठ के आगे नहीं झुकती
बसपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती (Mayawati) ने इलेक्टोल बांड की भी चर्चा की। कहा, सुप्रीम कोर्ट के दबाव में इलेक्टोरल बांड की जानकारी सामने आई। सूची में सभी पार्टियों ने धन्नासेठों से चंदा लिया, लेकिन आपको जानकर गर्व होगा कि उस सूची में बसपा का कहीं कोई नहीं नहीं था। बसपा अपना संगठन चलाने के लिए पूंजी पतियों का सहारा नहीं लेती है।
बसपा ने एक पाई भी चंदा नहीं लिया। हमारी पार्टी देशभर में संगठन को चलाने के लिए पूंजीपतियों के आगे नहीं झुकती है। कार्यकर्ताओं के सहयोग से पार्टी चलाती है। थोड़ा-थोड़ा धन कार्यकर्ताओं के सहयोग से एकत्र किया जाता है।
सपा की जितनी आलोचना करें, कम ही है
मौजूदा सरकारों की गलत नीतियों से किसान परेशान है, जबकि यूपी में बसपा की चार बार सरकार रही, हमारी पार्टी ने सभी वर्ग का ध्यानरखा। किसानों को सुविधाएं दी और उपज का सही मूल्य भी दिया। कांग्रेस, भाजपा की जातिवादी, हीन, पूंजीवादी सोच व नीतियों के चलते पूरे देश में गरीबों, दलितों, आदिवासियों, मुस्लिमों का पूर्ण विकास नहीं हो सका। सरकारी नौकरी में अधूरा प़ड़ा आरक्षण का कोटा भी पूरा नहीं भरा गया।
एससीएसटी वर्ग के सरकारी कर्मचारियों के आरक्षण को प्रभावहीन बना दिया गया है। खासकर, सपा सरकार ने यह व्यवस्था जड़ से खत्म कर दी थी। सपा की जितनी आलोचना करें, कम है। दलितों, गरीबों का शोषण बंद नहीं हुआ। अल्पसंख्यक समाज के लोगों की हालत हर स्तर पर खराब है।
दोनों ने किया अपर कास्ट के गरीबों का शोषण
मायावती ने कहा, इसका काफी खुलासा सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में किया गया। इतना ही नहीं, पिछले कुछ वर्ष से केंद्र व अधिकांश राज्यों में बीजेपी सरकार में विकास काफी हद तक बंद हो गया है। अपर कास्ट समाज में विशेषकर गरीबों की हालत अच्छी नजर नहीं आती। जब भी यूपी में सपा सत्ता में रही या इस समय भाजपा की सरकार है, इन दोनों में अपर कास्ट के गरीबों का शोषण किया। इसी तरह जो बहुजन समाज है, उसका भी हर स्तर पर शोषण हुआ। अपर कास्ट समाज में सपा के जो सामंती लोग हैं, वह खुश हैं और प्रतापगढ़ में तो यह स्थिति बहुत ही खराब है।
हम घोषणा नहीं करते, करके दिखाते हैं
मायावती ने कहा कि आम चुनाव में विरोधी दलों के घोषणापत्र के बहकावे में नहीं आना है। चुनाव खत्म होते ही यह घोषणापत्र फेंक दिए जाते हैं। हमारी पार्टी किसी भी चुनाव में घोषणापत्र जारी नहीं करती। हम कहते नहीं, बल्कि कार्य करके दिखाते हैं। इसका सबूत है कि चार बार हम यूपी सत्ता में आए और बिना घोषणा पत्र के उत्तर प्रदेश का विकास किया। हर वर्ग का ध्यान रखा, आज अधिकांश पार्टियां इसकी नकल कर रही हैं।
हमारी पार्टी का कहना है कि केंद्र में हमें अपनी पार्टी की सरकार बनाने का मौका मिलता है तो हमारी सरकार व कागजी प्रयास नहीं करेगी, जमीनी कार्य करेगी।
फ्री राशन भाजपा अपनी जेब से नहीं दे रही
मायावती ने कहा कि पिछले कुछ समय से अति गरीब परिवारों को स्थाई तौर पर फ्री में जो थोड़ी खाद्य सामग्री दी जा रही है, उससे गरीबों का स्थाई भला नहीं होने वाला। जब भी चुनाव होता है, तो बीजेपी एड कंपनी के लोग गांव-गांव में गरीबों को कहते हैं, भाजपा से राशन लिया है तो वोट दीजिए।
मैं, ऐसे लोगों से कहना चाहती हूं कि फ्री में राशन बीजेपी अपनी जेब से नहीं दे रही है। यह राशन देश की जनता द्वारा दिए गए टैक्स के पैसे से गरीबों को दिया जा रहा है। हमारी सरकार आएगी तो हम हर हाथ को काम देकर उसे मजबूत बनाएंगे, ताकि उसे फ्री का राशन लेने की जरूरत ही न पड़े।
चार सीटों के प्रत्याशियों के लिए मांगा वोट
इसके अलावा मायावती ने गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई समेत अन्य मुद्दों पर विपक्षी दलों को घेरा और कहा कि यदि उनकी सरकार आई तो वह सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय के फार्मूले पर सरकार चलाएंगीऔर कांशीराम और भीमराव अंबेडकर के सपने को साकार करेंगी। अंत में उन्होंने प्रतापगढ़ लोकसभा सीट से बसपा प्रत्याशी प्रथमेश मिश्र, फूलपुर से डा. जगन्नाथ पाल, इलाहाबाद से रमेश पटेल और कौशांबी सुरक्षित से शुभ नारायण का परिचय कराते हुए जिताने की भी अपील की।
इसके पूर्व मंच पर पहुंचते ही मायावती ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया। बैक ग्राउंड में मंत्रोच्चारण और शंख की ध्वनि गूंजती रही। सबसे पहले प्रतापगढ़ से बसपा प्रत्याशी प्रथमेश मिश्र ने अपनी मां और पत्नी के साथ मायावती को चांदी की हाथी भेंट की। इसके पश्चात फूलपुर से पार्टी प्रत्याशी डा. जगन्नाथ पाल ने भी हाथी भेंटकर स्वागत किया।
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