विकास खंड शंकरगढ़ के हिनौती पांडेय के मतदाताओं ने किया मतदान का बहिष्कार
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). चुनाव जीतने वाले सांसदों और विधायकों ने छोटी-छोटी समस्याओं का निदान किया होता तो वास्तव में आज कम से कम सड़क और पानी जैसी छोटी-छोटी समस्याओं को लेकर मतदान का बहिष्कार की नौबत नहीं आती।
विकास खंड शंकरगढ़ के हिनौती पांडेय के लोगों ने लोकसभा चुनाव में मतदान के बहिष्कार की घोषणा कर दी है। हिनौती पांडेय के श्रीकांत त्रिपाठी का कहना है कि आज भी उनके गांव में कोई बड़ा वाहन नहीं आ पाता है।
कारण बताते हैं कि उनके गांव में आज तक पक्की रोड या फिर उतनी चौड़ी रोड नहीं बनवाई गई, जिससे बडे वाहनों का आवागमन हो पाता। आज भी गांव केलोग मोटरसाइकिल व छोटे वाहनों से आवागमन करते हैं। मकान निर्माण या फिर किसी आकस्मिक आवश्यकता पड़ने पर छोटे वाहनों का ही सहारा लेनापड़ता है।
सुरेंद्र और राजेंद्र का कहना है कि हिनौती पांडेय में सबसे बड़ी समस्या सड़क की तो है ही, साथ ही दूसरी समस्या पेयजल की है। गांव के किसी भी पुरवे में कोई तालाब नहीं है। इस वजह से गर्मी में आवारा मवेशियों के अलावा पालतू जानवरों को भी पीने का पानी नहीं मिल पाता।
गांव के ही मंदाकिनी पांडेय कहते हैं कि केंद्र सरकार ने अमृतकाल का महोत्सव मनाया लेकिन हम आजादी के 75 साल बाद भी पानी और रोड की समस्या से जूझ रहे हैं। टाउन एरिया शंकरगढ़ से गांव को जोड़ने वाले रास्ते को पक्का कर उसे मार्ग का आकार दिया जाए।
शिवप्रसाद कहते हैं, चार पुरवों वाले इस ग्रामसभा में तालाब नहीं है और न ही चेकडैम है। इससे जलस्तर नीचे चला जाता है। पानी के लिए ग्रामीण भटक रहे हैं। यदि हमारे यह दो मुद्दे हल नहीं होते तो हम मतदान का बहिष्कार करेंगे।