The live ink desk. हाल के दिनों में डिजिटल अरेस्ट के जरिए लोगों की जमापूंजी उड़ाने की घटनाओं में खासा इजाफा हुआ है। अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश की प्रयागराज साइबर सेल ने दो मामलों में तत्काल सूचना मिलते ही त्वरित कार्यवाही की और एक व्यक्ति को डिजिटल अरेस्ट होने से बचाया। उसे इंटरनेशनल (+92) नंबर से फोन किया जा रहा था।
फर्जी नंबर के द्वारा फेक काल, साइबर क्राइम (Cyber Crime), वित्तीय धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्र सरकार ने सख्त कदम उठाया है और अंतरराष्ट्रीय फर्जी काल को रोकने के निर्देश जारी किए हैं।
केंद्र के निर्देश पर दूरसंचार विभाग (DOT) और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं (TSP) ने ऐसी आने वाली अंतरराष्ट्रीय फर्जी फोन काल्स की पहचान करने और उन्हें भारतीय दूरसंचार ग्राहक तक पहुंचने से रोकने के लिए एक सिस्टम तैयार किया है।
दूरसंचार विभाग (DOT) ने रविवार को जारी बयान में कहा कि कुछ ऐसी रिपोर्ट आई हैं, जिसमें साइबर ठगो के द्वारा भारतीय नागरिकों को भारतीय मोबाइल नंबर दिखाकर इंटरनेशनल फर्जी कॉल की जा रही है और वित्तीय धोखाधड़ी की जा रही है। अब ऐसी अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल को ब्लॉक करने के लिए टीएसपी (TSP) को निर्देश जारी किए गए हैं।
दूरसंचार विभाग द्वारा भारतीय लैंडलाइन नंबरों के साथ आने वाली अंतरराष्ट्रीय फर्जी कॉल को टीएसपी द्वारा पहले से ही ब्लॉक किया जा रहा है। चूंकि, उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा और हिफाजत डिजिटल इंडिया के विजन का एक अभिन्न अंग है, दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए नागरिक केंद्रित संचार साथी पोर्टल (https://sancharsathi.gov.in/) सहित कई पहल पहले ही आरंभ कर दिया है।
ऐसी अनचाही फोन कॉल से बचने के लिए उपभोक्ता संचार साथी के चक्षु सुविधा केंद्र पर ऐसे संदिग्ध धोखाधड़ी संचार की रिपोर्ट कर सकते हैं।