स्टीयरिंग कमेटी की समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने कसे पेंच, ढाबा, रेस्टोरेंट, हास्टल के मेस इत्यादि की व्यापक जांच काआदेश
भदोही (संजय सिंह). खाद्य सुरक्षा विभाग की स्टीयरिंग कमेटी की बैठक में जिलाधिकारी ने कहा, संबंधित अधिकारी और कर्मचारी आंकड़ेबाजी से दूर रहें। उनके कार्योंऔर उपलब्धियों की प्रगति जमीनी स्तर पर दिखनी चाहिए, साथ ही खाद्य सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरुक करने की दिशा में सार्थक प्रयास किया जाए। जिलाधिकारी कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में भाग ले रहे थे।
जिलाधिकारी ने कहा, रेस्टारेंट, ढाबा और छात्रावासों की खाद्य सामग्री की गुणवत्ता की जांच करें। खाद्य सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने का अभियान चलाएं। खाद्य सुरक्षा जैसा विषय जनता के स्वास्थ्य से सीधा सरोकार रखने वाला मामला है। इसलिए ऐसे विशेष मामले को आंकड़ों की बाजीगरी तक सीमित नहीं रखा जाना चाहिए, बल्कि मैदानी स्तर पर लोगों को विभागीय अधिकारियों द्वारा की जाने वाली कार्यवाही का व्यापक असर दिखना चाहिए।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि खाद्य गुणवत्ता जांच की कार्यवाही निरंतर की जाए, लेकिन इसके साथ ही लोगों को इसके प्रति जागरूक करने का समानांतर रूप से जागरूकता अभियान भी चलाएं। लोगों को खाद्य सुरक्षा और उसके नियम और प्रावधानों की जानकारी दी जाए। जिलाधिकारी ने स्पष्ट हिदायत दी कि जिले के समस्त मेडिकल स्टोर स्टोर पर छापेमारी कर गुणवत्ता की जांच की जाए।
उन्होंने निर्देशित किया कि शासकीय छात्रावासों के भोजन की गुणवत्ता की भी जांच करें, ताकि कहीं भी अप्रिय स्थिति व हालात न बने। इंडस्ट्रीज के मेस और आंगनबाड़ी केंद्रों सहित मध्यान्ह भोजन के खाने की गुणवत्ता की भी जांच करें और संबंधित संस्था को सुधार के लिए कहा जाए।
होटल, रेस्टारेंरेंट और ढाबों की भी जांच की जाए। खाद्य सामग्री की गुणवत्ता पर नजर रखें। सैंपलिंग करें और यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी किसी भी स्थिति में कालातीत खाद्य सामग्री का किसी भी हाल में वितरण और विक्रय न हो। दूध की सैंपलिंग करें और नमूने जांच के लिए लैब भेजा जाए। बैठक में सभी संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।