The live ink desk. डाक विभाग ने कारगिल विजय दिवस (Kargil Vijay Diwas) की रजत जयंती (25वीं वर्षगांठ) के मौके पर लद्दाख के द्रास, कारगिल में एक स्मारक डाक टिकट जारी किया। यह विशेष डाक टिकट सशस्त्र बलों के पराक्रम, दृढ़ संकल्प और बलिदान के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
अब से 25 बरस पहले, 26 जुलाई, 1999 को ऑपरेशन विजय के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने अपने अदम्य साहस के साथ लद्दाख के द्रास, कारगिल और बटालिक सेक्टरों की बर्फीली चोटियों से पाकिस्तानी घुसपैठियों को खदेड़ा था। यह ऑपरेशन, जिसे अक्सर कारगिल युद्ध के रूप में जाना जाता है, हमारे सैनिकों और युवा अधिकारियों की अदम्य इच्छाशक्ति और वीरता का प्रमाण है।
भारतीय पोस्ट ने जारी किया स्मारक डाक टिकट
द्रास, कारगिल में जारी किया गया स्मारक डाक टिकट इन नायकों और उनकी विरासत के प्रति श्रद्धांजलि है। कारगिल युद्ध के दौरान सैटेलाइट टेलीविजन के आगमन की बदौलत हमारे सैनिकों की वीरता देश के हर घर तक पहुंची, जिससे कारगिल, बटालिक, द्रास, मश्कोह और तुरतुक जैसे स्थान राष्ट्रीय गौरव और सम्मान के प्रतीक बन गए।
यह डाक टिकट न केवल हमारे सशस्त्र बलों की ऐतिहासिक जीत का जश्न मनाता है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करता है कि हमारे सैनिकों की बहादुरी और बलिदान को आने वाली पीढ़ियों द्वारा याद और सम्मानित किया जाए।
केंद्रीय संचार एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने कहा, कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में डाक टिकट जारी करना हमारे सैनिकों की बहादुरी और बलिदान के प्रति उत्कृष्ट श्रद्धांजलि है। यह टिकट न केवल हमारे सैनिकों की वीरता का सम्मान करता है, बल्कि उनकी वीरता और राष्ट्रीय गौरव की भावना की प्रबल याद भी दिलाता है।
केंद्री मंत्री ने कहा, मैं भारतीय डाक विभाग को हमारे इतिहास की महत्वपूर्ण घटना को दर्शाने वाला सार्थक टिकट बनाने के लिए बधाई देता हूं। मैं सभी नागरिकों को इस टिकट को केवल एक संग्रहणीय वस्तु के रूप में ही नहीं, बल्कि हमारे राष्ट्र की रक्षा करने वालों के प्रति हमारी चिरस्थायी कृतज्ञता और सम्मान के प्रतीक के रूप में खरीदने के लिए प्रोत्साहित करता हूं।
One Comment