तानाशाह Adolf Hitler और Joe Biden में कोई फर्क नहीः तुलसी गबार्ड
नई दिल्ली (the live ink desk). अमेरिका की डेमोक्रेटिक पार्टी (Democratic Party of America) की पूर्व सांसद और भारतीय मूल की तुलसी गबार्ड (Indian origin Tulsi Gabbard) ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन (President Joe Biden) की तुलना जर्मनी के तानाशाह (German dictator) एडोल्फ हिटलर (Adolf Hitler) से की है। 41 वर्षीय तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) बीते साल ही प्रतिनिधि सभा से रिटायर हुई थीं। मौजूदा समय में तुलसी गबार्ड ने President Joe Biden की डेमोक्रेटिक पार्टी से भी नाता तोड़ उसकी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। तुलसी गबार्ड (Tulsi Gabbard) ने यह बातें एक चुनाव प्रचार के दौरान कही।
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मेनचेस्टर (Manchester) के बाहर शहर में एक बोल्डुक टाउन हॉल कार्यक्रम में तुलसी गबार्ड ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन और जर्मन तानाशाह एडोल्फ हिटलर, इन दोनों ही नेताओं की एक जैसी ही सोच और मानसिकता है। दोनों ही नेता सत्तावादी व्यवहार को सही ठहराने का प्रयास करते हैं। गबार्ड ने जो बाइडन की तुलना नाजी नेता हिटलर से करते हुए कहा कि इन दोनों नेताओं को लगता है कि देश को कैसे चलाना है। उनसे बेहतर यह बात कोई नहीं जानता।
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बताते चलें कि जो बाइडन ने बीते दिनों एक भाषण के दौरान कहा था कि जिन लोगों ने उन्हें और डेमोक्रेटिक पार्टी को वोट नहीं दिया है और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन कर रहे हैं, वे लोग उग्रपंथी हैं। भारतीय मूल की पूर्व अमेरिकी सांसद तुलसी गबार्ड (Former US lawmaker Tulsi Gabbard) ने कहा कि वह मानती हैं कि अमेरिका की मौजूदा सत्ताधारी डेमोक्रेटिक पार्टी युद्ध को भड़काने में लगी है और नस्लभेद को बढ़ावा देने का काम कर रही है। यही कारण है कि उन्होंने खुद को डेमोक्रेटिक पार्टी में सहज नहीं पाया।
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साल 1981 में अमेरिका के समोवा में जन्मी तुलसी गबार्ड ने अमेरिकी संसद में मात्र 21 साल की उम्र में सांसद बनने का इतिहास रचा था। भारत से संबंधों के बारे में देखा जाए तो तुलसी गबार्ड का भारत से कोई रिश्ता नहीं है। उनके माता-पिता भी भारतीय मूल के नहीं है, परंतु तुलसी गबार्ड के द्वारा हिंदू धर्म मानने की वजह से गबार्ड को अमेरिका में रह रहे भारतीयों का बड़े पैमाने पर समर्थन मिलता रहा है। तुलसी गबार्ड के नाम अमेरिका की संसद में पहुंचने वाली पहली हिंदू होने का भी गौरव प्राप्त है।
उल्लेखनीय है कि तुलसी गबार्ड को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के खास समर्थकों में गिना जाता है। साल 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के पहले से ही वह मोदी की समर्थक रही हैं। मालूम हो कि जब अमेरिकी सरकार ने साल 2002 के गुजरात दंगों के कारण उस समय के गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका आने पर पाबंदी लगा दी थी, उस समय भी तुलसी गबार्ड उन गिनी चुनी नेताओं में शामिल थीं, जिन्होंने अमेरिकी सरकार के फैसले की खुलकर मुखालफत की थी। तुलसी गबार्ड का दिया गया यह बयान भी चर्चा का विषय बना हुआ है।