म्यांमार की सेना ने 6000 कैदियों को छोड़ा
नई दिल्ली (the live ink desk). म्यांमार की सेना (Myanmar army) ने बृहस्पतिवार को 6000 कैदियों (6000 prisoners) को रिहा किया है। रिहा हुए कैदियों में विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। म्यांमार सेना (Myanmar army) के शीर्ष अधिकारी ने एक समाचार एजेंसी को बताया कि पूर्व ब्रितानी राजदूत विकी बोमेन (Former British Ambassador Vicki Bowman), जापानी पत्रकार तौरू कुबोटा (Japanese journalist Tauru Kubota) और आंग सान सू ची (Aung San Suu Kyi) की अपदस्थ सरकार के ऑस्ट्रेलियाई एडवाइजर शान टर्नेल (Australian advisor Shaun Turnell) को रिहा किया गया है।
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मालूम हो कि साल 2002 से 2006 तक म्यांमार की राजदूत रहीं विकी बोमेन को अगस्त महीने में उनके पति के साथ हिरासत में ले लिया गया था। वह एक ऐसे पते पर रह रहीं थीं, जो उनके विदेशी नागरिक पंजीकरण दस्तावेज पर दर्ज पते से अलग था और उन्होंने इस बारे में कोई जानकारी भी उपलब्ध नहीं करवाई थी। विकी बोमेन को उनके पति के साथ शुरुआत में हिरासत में लेने के बाद जेल भेज दिया गया था।
6000 लोगों को रिहा किए जाने की घोषणा के बाद से यंगून स्थित इनसेन जेल के बाहर रिहा होने वालों के परिजन एकत्रित होने लगे हैं। म्यांमार में सैन्य सरकार है और वहां की संसद में सेना को आरक्षण भी मिला हुआ है।