Jalaun Police: सिपाही की हत्या करने वाले दो बदमाश पुलिस मुठभेड़ में ढेर
जालौन (the live ink desk). चार दिन पहले ड्यूटी के दौरान सिपाही भेदजीत सिंह की हत्या करने वाले दो बदमाश रविवार को पुलिस मुठभेड़ (police encounter) का शिकार हो गए। यह मुठभेड़ जनपद के इंडस्ट्रियल एरिया में हुई है। प्राथमिक जानकारी के मुताबिक पुलिस के द्वारा घेराबंदी किए जाने के बाद बदमाशों ने फायर खोल दिया। जब पुलिस ने जवाबी कार्यवाही की तो दोनों बदमाश गोली की जद में आ गए। दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां मृत घोषित कर दिया गया। मुठभेड़ के दौरान एसएचओ के हाथ में व दो सिपाहियों की बुलेटप्रूफ जैकेट में भी गोली लगी है।
मुठभेड़ की जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक (Jalaun) ने बताया कि शहीद कांस्टेबल भेदजीत सिंह की हत्या में शामिल अभियुक्तों कल्लू उर्फउमेश पुत्र सुरेशचंद्र (निवासी राहिया, कोतवाली उरई) और रमेश पुत्र अनंती उर्फ अवंती (सरसोखी, कोतवाली उरई) से इंडस्ट्रियल एरिया में मुठभेड़ हो गई। अभियुक्तों द्वारा पुलिस के ऊपर जानलेवा फायरिंग की गई, जिसमें एसओजी प्रभारी व सर्विलांस प्रभारी बुलेटप्रूफ जैकेट होने कीवजह से बाल-बाल बच गए। पुलिस के द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में दोनों बदमाश घायल हो गए।
दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया। बदमाशों द्वारा चलाई गई गोली की जद में आने से उरई के प्रभारी निरीक्षक शिवकुमार राठौर के हाथ में घाव हुआ है। तलाशी के दौरान दोनों के कब्जे से 32 बोर की पिस्टल, 315 बोर का तमंचा-कारतूस बरामद हुआ है। इसके अलावा शहीद आरक्षी भेदजीत सिंह का लूटा गया मोबाइल व पर्स भी बरामद हुई है।
उल्लेखनीय है कि बीते मंगलवार/बुधवार की रात उरई कोतवाली क्षेत्र में स्थित गोविंदम ढाबे के पास पुलिस पिकेट के द्वारा वाहनों की चेकिंग की जार ही थी। रात के दूसरे पहर विपरीत दिशा से दो बाइक सवार गुजरे। रात के दूसरे पहर बाइक सवारों को देख सिपाही भेदजीत सिंह ने टार्च से रुकने का इशारा किया। इस पर बाइक सवार युवक ने गोली चला दी। हालांकि सिपाही भेदजीत सिंह बाल-बाल बच गए और बाइक सवार भाग निकले।
इस पर भेदजीत सिंह ने तत्काल दोनों का पीछा कर लिया और कुछ दूर आगे पहुंचने पर उक्त बदमाशों ने सिपाही पर फायर से गोली चला दी। इस बार गोली की चपेट में आने से भेदजीत सिंह मौके पर ही गिर पड़े। उन्होंने अस्पताल ले जाया गया, लेकिन बचाया नहीं जा सका। इस वारदात के बाद एडीजी समेत अन्य अफसरों ने घटनास्थल का मुआयना कर सख्त कार्यवाही का आदेश दिया था।
सिपाही की मौत के बाद से ही जनपद की पुलिस (Jalaun Police) बदमाशों की तलाश में जुटी थी। इलेक्ट्रानिक साक्ष्य खंगाले जा रहे थे। होटलों-ढाबों से भी इनपुट लिया गया। बताया जाता है कि आज पुख्ता जानकारी मिलने पर पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए जालौन के इंडस्ट्रियल एरिया में घेराबंदी की, लेकिन बदमाशों ने फायर खोल दिया। इस मुठभे़ड़ में उरई के प्रभारी निरीक्षक के ासथ एसओजी प्रभारी, सर्विलांस प्रभारी और आटा के थानाध्यक्ष पूरी टीम के साथ शामिल रहे।