भदोही (संजय सिंह). दिव्यांग महिला के द्वारा बैनामा ली गई भूमि को हड़पने की नीयत से निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष व उनके पट्टीदारों के द्वारा धमकाया जा रहा है। पीड़िता की शिकायत पर संबंधित पुलिस ने जिलाध्यक्ष समेत कुल 11 लोगों के खिलाफ केस भी लिखा है और हिदायत दी है कि पीड़िता को निर्माण करने से न रोका जाए, बावजूद इसके आरोपीगण अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे और देख लेने, निर्माण तोड़ने की धमकी दे रहे हैं। फिलहाल, पीड़िता ने पुनः एसपी व डीएम से न्याय की गुहार लगाई है।
दरअसल, पूरा मामला गोपीगंज कोतवाली क्षेत्र के जीटी रोड स्थित किशुनदेवपुर गांव का है। यहां की दिव्यांग कायनात खान का कहना है कि उसके सास-ससुर ने 15 साल पहले पांच बिस्वा भूमि जंगीगंज बाजार से सटे किशुनदेवपुर गांव में खरीदी थी। साल 2020 में प्लॉट पर 12 फीट ऊंची चहारदीवारी बनवाई गई। सामने दो कमरे का दो मंजिला भवन व बीच में एक कमरा व टॉयलेट मौजूद है। भवन में किराएदार भी काफी समय से रह रहे हैं।
पीड़िता का कहना है कि वर्तमान में वह बाउंड्री वॉल के अंदर एक कमरे का निर्माण करा रही है, जिसे विपक्षी निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर बिंद, रामजी बिंद व अन्य द्वारा रोका जा रहा है। विपक्षी जबरिया बैनामा ली गई भूमि में आधे की मांग कर रहे हैं और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं।
आरोपित है कि आए दिन उसके मकान से चोरी हो रही है और विपक्षियों द्वारा बाउंड्री वॉल को तोड़ने का काम भी किया जा रहा है। पिछले दिनों बाउंड्रीवाल फांदकर विपक्षियों ने अभद्रता भी की थी, जिसका वीडियो भी पीड़िता द्वारा बनाया गया था। एक दिन निर्माण के समय पथराव कर धमकाया गया था। मामला बढ़ने पर क्षेत्राधिकारी ज्ञानपुर ने निरीक्षण किया, उनके निर्देश के बाद गोपीगंज पुलिस हरकत में आई और निषाद पार्टी के जिलाध्यक्ष सहित पांच नामजद व आधा दर्जन के अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत किया।
केस दर्ज होने के बाद भी आरोपियों कीहरकतों में सुधार नहीं आया है। आरोपित है कि सत्तापक्ष सेजुड़े होने के कारण वह अपनी हरकतों सेबाज नहीं आ रहे हैं। पीड़िता ने दोबारा पुलिस अधीक्षक डा. मीनाक्षी कात्यायन व डीएम विशाल सिंह से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।