अवधराज्य

बाल शिक्षा को बनाएं प्रभावी, विशेषज्ञों ने शिक्षकों संग किया मंथन

सेंट मेरीज, कोरांव में जुटे सूबे के विभिन्न विद्यालयों के 65 शिक्षक

प्रयागराज (राहुल सिंह). आज के समय में शिक्षा एक अनिवार्य आवश्यकता है। बच्चों को कैसी शिक्षा दी जाए, किस प्रकार से दी जाए और कैसे बच्चों में आत्मसात करने की प्रक्रिया को तेज किया जाए, इन्ही सब बिंदुओं को लेकर सेंट मेरीज कोरांव विद्यालय में शिक्षकों का जमघट लगा।

मौका था सीबीएसई (CBSE) के द्वारा आयोजित दो दिवसीय टीचर्स इंडक्शन ट्रेनिंग प्रोग्राम (गुरु दक्षता कार्यक्रम) का। सेंट मेरीज स्कूल, कोरांव में आयोजित टीचर्स इंडक्शन प्रोग्राम में उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्कूलों से कुल 65 शिक्षक-शिक्षिकाओं ने प्रतिभाग किया।

गुरु दक्षता कार्यक्रम में शेमफोर्ड ग्लोबल स्कूल, प्रयागराज की प्रिंसिपल मिस सिंथिया डिक्रूज और सेंट मेरीज स्कूल, घूरपुर के प्रिंसिपल मिस्टर आशीष रंजन ने बतौर रिसोर्स पर्सन सहभागिता की। कार्यक्रम का आगाज दीप प्रज्ज्वलन और ईश्वर की  वंदना से किया गया।

सेंट मेरीज स्कूल, कोरांव के प्रिंसिपल फादर जॉर्ज मेडेपल्ली ने दोनों ही वक्ताओं को बुके भेंटकर स्वागत किया। दो दिनी कार्यक्रम में वक्ताओं ने टीचर्स की आवश्यकताओं और जिम्मेदारियों पर प्रकाश डाला।

बदलते दौर में बदल रहे शिक्षा के प्रारूप पर मंथन किया गया और समय की मांग के अनुरूप बच्चों को शिक्षित करने पर चर्चा की गई। वक्ता द्वय ने बड़े ही रोचक और सहज ढंग से टीचर्स को उनकी जिम्मेदारियों से अवगत कराया।

वक्ताओं ने आज के परिवेश में शिक्षक, कैसे बाल केंद्रित शिक्षा को ध्यान में रखकर अपने शिक्षण को प्रभावी बना सकते हैं, पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में फादर जॉर्ज मेडेपल्ली के द्वारा सभी प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न प्रदान किया गया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button