सीएचसी मऊआइमा में गैरहाजिर मिले दो डाक्टर, अधीक्षक का एक माह का वेतन रोका
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). एक तरफ पूरा जनपद डेंगू के डंक से कराह रहा है तो दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग के कुछ जिम्मेदार मरीजों का इलाज करने के बजाय अस्पताल से बंक मार रहे हैं। शुक्रवार को सीएमओ डा. नानक शरण ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊआइमा का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान डा. जुबैर अहमद दस व 11 नवंबर को गैरहाजिर मिले, जबकि डा. गोवर्धन प्रसाद 11 नवंबर को गैरहाजिर मिले। इस पर सीएमओ ने दोनों का उक्त दोनों दिनोंका वेतन रोकने का आदेश दिया है।
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सीएमओ ने बताया कि इसके अलावा अस्पताल में अन्य स्टाफ उपस्थित मिले। इस अस्पताल में 30 बेड की व्यवस्था है, लेकिन जांच के दौरान 10-15 बेड और गद्दे पैक पाए गए। कैंपस में कई अन्य खामिया भी पाई गईं। इलाज करवाने आए मरीजों से भी सीएमओ ने बातचीत की। बातचीत में पता चला कि डा. वैभव त्रिपाठी द्वारा मरीजों को बाहर से दवा लिखी जा रही है। इस पर डा. वैभव त्रिपाठी से स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
इसी क्रम में अस्पताल में साफ-सफाई व्यवस्था, अधिकारियों व कर्मचारियों पर नियंत्रण रख पाने में फेल रहने पर अधीक्षक डा. रामगोपा वर्मा का भी नवंबर माह का वेतन रोका गया है। इसके अलावा एचईओ सुनील कुमार द्वारा मनमानी करने, अधीक्षक का सहयोग नहीं करने पर नवंबर माह का वेतन रोका गया है। सीएमओ ने अधीक्षक को निर्देशित किया कि निरीक्षण में पाई गई खामियों को तत्काल प्रभाव से दुरुस्त किया जाए, अन्यथा आगे सख्त कार्यवाही के लिए तैयार रहें।