बच्चों के अंदर खूबियां तलाशें, खामियों को करें नजरंदाजः सीडीओ
अफीम कोठी में जनपद स्तरीय निपुण भारत कार्यशाला का आयोजन
प्रतापगढ़. दिव्यांग बच्चों की समावेशी शिक्षा के लिए अफीम कोठी सभागार में शुक्रवार को जिला स्तरीय निपुण भारत कार्यशाला का आयोजन किया गया। क्षेत्रीय ग्राम्य विकास संस्थान (अफीम कोठी) में आयोजित वर्कशाप का शुभारंभ सीडीओ ईशा प्रिया ने दीप जलाकर किया। सीडीओ ने अभिभावकों को प्रेरित करते हुए कहा, आप सभी बच्चों के अंदर की खामियों को नजर अंदाज कर खूबियों को गिनें और उन्हे प्रोत्साहित करें। बच्चों में छिपी प्रतिभाओं को निखारने का प्रयास करें।
सीडीओ ने कहा, आप अकेले नहीं है कि आपका बच्चा दिव्यांग है। बहुत से अभिभावकों के बच्चे दिव्यांग हैं। समेकित शिक्षा के जरिए ऐसे बच्चों को शिक्षित कर समाज का भावी नागरिक बनाएं। डायट प्राचार्य हृदय राम आजाद ने कहा कि दिव्यांग बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। मेरे साथ पढ़ने वाले छात्रों की राइटिंग बहुत अच्छी थी। जबकि वह दिव्यांग हैं। सभी बच्चे प्रयास करना जारी रखे। बीएसए ने कहा कि निपुण भारत मिशन कार्यक्रम में दिए जा रहे शैक्षिक सपोर्ट का लाभ प्रत्येक विशेष बच्चे को मिले, इसके लिये विशेष शिक्षक कार्य करें।
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जनपद स्तर पर विशिष्ट आवश्यकता वाले बच्चों की विभिन्न गतिविधियों के क्रियान्वयन, अनुश्रवण के लिए समर्थ मोबाइल एप (एप्लीकेशन) एवं वेबपोर्टल का उपयोग क्यों और कैसे किया जा रहा है, इस पर जिला समन्वयक समेकित शिक्षा ने प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान 95 बच्चों को पुरस्कृत किया गया, जिसमें राइटिंग पैड, राइटिंग किट, स्केच कलर, जेमेट्री बॉक्स, टिफिन, पेंसिल बॉक्स आदि सम्मिलित थे।
इस मौके पर जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी सच्चिदानंद तिवारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी राजीव कुमार, डीपीआरओ रविशंकर द्विवेदी, पवन यादव, जिला समन्वयक समेकित शिक्षा, बीडीओ एआरजी, एआरपी, समस्त विशेष शिक्षक नोडल टीचर्स, शिक्षाविद, दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य कर रही स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।