अवध

बंदियों को दी गई विधिक जानकारी, जिला जज ने किया कारागार का निरीक्षण

प्रतापगढ़. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा-निर्देश जिला जज नीरज कुमार बरनवाल ने विशेष जेल लोक अदालत के संदर्भ में जिला कारागार का निरीक्षण किया और बंदियों को विधिक जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान जेल अधीक्षक रमाकांत द्वारा अवगत कराया गया कि जिला कारागार में 1170 बंदी निरूद्ध हैं, जिसमें 991 बंदी विचाराधीन हैं। इसमें महिला 24, 925 पुरूष एवं किशोर (18 से 21 वर्ष आयु समूह) बंदियों की संख्या 42 है। जबकि सिद्धदोष 170 बंदी हैं, इसमें तीन महिला और 167 पुरूष बंदी शामिल है।

जेल में निरूद्ध महिला बंदियों के साथ कुल पांच बच्चे भी रह रहे हैं। महिला बैरक में निरूद्ध एक महिला बंदी गर्भवती है। सचिव द्वारा जिला कारागार में स्थित महिला बैरक, पाकशाला, जेल अस्पताल, लीगल एंड क्लीनिक एवं वीडियो कांफ्रेंसिंग रूम सहित जेल परिसर की साफ-सफाई के साथ महिला बंदियों के कमरों का निरीक्षण किया गया। प्रत्येक बैरक में मनोरंजन के लिए टीवी लगी है।

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जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि जिन बंदियों को अपने मुकदमे की पैरवी के लिए निशुल्क पैनल अधिवक्ता की आवश्यकता है, उनके आवेदन पत्र लिखित रूप में प्राप्त कर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण को उपलब्ध कराएं। इस अवसर पर सचिव ने बंदियों को उनके अधिकारों एवं प्लीबारगेनिंग की जानकारी दी। निरीक्षण के दौरान उप जेलर ने बताया कि अधिकांश सिद्धदोष बंदियों की अपील हो चुकी है, जिन की अपील नहीं हुई है उनकी अपील की कार्यवाही प्रचलन में है।

इसके अलावा लीगल एंड क्लीनिक को नियमित रूप से संचालित करते हुए अभिलेखों को दुरूस्त रखने व सर्दी से बचाव के इंतजाम किए जाने की हिदायत दी गई। इस दौरान डा. प्रवीन रंजन, डा. अरविंद कुमार सरोज ने संयुक्त रूप से बताया कि मानसिक रूप से निरूद्ध एक बंदी का इलाज लखनऊ में कराया जाना है, जिसके लिए कार्यवाही की जा रही है। बीमारी से बचाव के लिए दवा का छिड़काव सभी बैरकों एवं जेल परिसर में कराना सुनिश्चित किया जा रहा है। इस मौके पर जेल अधीक्षक रमाकांत, उपजेलर आफताब अहमद अंसारी व सुनील कुमार द्विवेदी मौजूद रहे।

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