बिजली कर्मियों की हड़ताल को इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन का समर्थन
बिजली, रेलवे सहित अन्य सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का सौदा कर रही मोदी-योगी सरकारः डा. कमल उसरी
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). उत्तर प्रदेश बिजली कर्माचरी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले गुरुवार रात 10 बजे से शुरू की जा रही 72 घंटे की हड़ताल को इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन (IREF) ने अपना समर्थन दिया है। जार्जटाउन कार्यालय में संघर्ष समिति के हड़ताल का समर्थन करने के लिए इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा. कमल उसरी पहुंचे।
जार्जटाउन में बिजली कर्मचारियों द्वारा आयोजित आमसभा में Indian Railway Employees Federation के डा. कमल उसरी ने कहा, योगी-मोदी सरकार बिजली, रेलवे, सेल, भेल, कोल, ऑर्डिनेंस कारखाने सहित सब कुछ बेचने पर उतारू हो गई है। बिजली कर्मचारियों के आंदोलन के बाद बीते तीन दिसंबर को प्रदेश सरकार ने 14 सूत्रीय समझौता किया था, जिसे अब उत्तर प्रदेश सरकार लागू करने से इंकार कर रही है। इसलिए मजबूर होकर बिजली कर्मचारी (स्थाई और संविदा) हड़ताल करने को विवश हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि यदि उत्तर प्रदेश सरकार बिजली विभाग का निजीकरण करने में कामयाब हो जाएगी तो आम आदमी को बिजली मंहगी दर पर मिलने लगेगी। इसलिए आम अवाम, छात्र, नौजवान, किसान, मजदूर को भी बिजली कर्मचारियों के समर्थन में आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को आगे आकर बिजली कर्मियों के साथ हुए समझौते के तहत ‘समान काम, समान वेतन’ सहित सभी 14 सूत्रीय मांगों को लागू करना चाहिए।
डा. कमल ने कहा, हम इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन (Indian Railway Employees Federation) की तरफ़ से हड़ताली बिजली कर्मचारियों का समर्थन करते हैं। जरूरत पड़ने पर पुनः बड़ी संख्या में रेलवे कर्मचारी भी बिजली कर्मियों के प्रदर्शन में भागीदारी सुनिश्चित कराएंगे।