साधन सहकारी समिति का चुनावः नाम वापसी के बाद इन स्थानों पर होंगे चुनाव
समिति संचालक पद के लिए नौढ़िया, अकौरिया में रोचक हुआ चुनाव, समिति में चुनाव के लिए प्रतीक चिन्ह आवंटित, 18 को होगा मतदान
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). साधन सहकारी समितियों (Cooperative Society) के डायरेक्टर/संचालक पद के चुनाव (Election) के लिए नामांकन, नामांकन पत्रों की जांच के बाद गुरुवार को नाम वापसी हुई। नाम वापसी के बाद अब साघन सहकारी समिति के लिए करवाए जाने वाले चुनाव की स्थिति पूरी तरह साफ हो चुकी है। कहने के लिए यह चुनाव बहुत छोटा है और साधन सहकारी समिति का है, बावजूद इसके प्रत्याशी राजनैतिक रंग में रंगे नजर आ रहे हैं। गहमागहमी को देखते हुए नौढ़िया उपरहार, अकौरिया समेत कई स्थानों पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। पुलिस की टीमों को तैनात किया जा रहा है।
विकास खंड शंकरगढ़ में गुरुवार को नाम वापसी के बाद नौ सीटों पर मतदान की तैयारी शुरू कर दी गई है। इन सीटों में नौढ़िया और अकौरिया में कई दावेदारों के सामने आने से चुनाव रोचक हो गया है। यह जानकारी देते हुए एडीओ (कोऑपरेटिव) लल्लन प्रसाद ने बताया कि नाम वापसी के बाद चुनाव चिन्ह का आवंटन कर दिया गया है। 18 मार्च को चुनाव सुबह 10 बजे से 4 बजे तक संपन्न करवाया जाएगा और उसी दिन परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। इसके बाद 19 मार्च को समिति के सभापति का चुनाव किया जाएगा।
फिलहाल साधन सहकारी समिति के चुनाव को लेकर क्षेत्र में खासी गहमागहमी का माहौल देखने को मिला। 16 मार्च को नौढिया उपरहार में एक नाम वापसी के बाद 4 जगहों नौढिया उपरहार, कुबरी, पहाड़ी कला और नेवरिया में चुनाव करवाया जाएगा। इसी तरह अकौरिया में दो नाम वापसी के बाद एक स्थान करियाखुर्द और भारत नगर में दो नाम वापसी के बाद सामान्य सीट झंझरा और सतपुरा में चुनाव होगा। जबकि बड़गडी में एक पर्चा निरस्त हुआ है और 2 जगहों पर नाम वापसी के बाद एक जगह गोल्हैया और सुरवल साहनी में एक सीट सुरवल में चुनाव होगा। नाम वापसी की प्रक्रिया को संपन्न करवाने में ग्राम विकास अधिकारी राजेंद्र मौर्य, दीपेश सिंह, शशिकांत सिंह, गौरीशंकर, रवि सोनकर, आशीष सिंह, आशुतोष जौहरी, पंकज सिंह मौजूद रहे।
बताते चलें कि विकास खंड शंकरगढ़ में कुल नौ साधन सहकारी समितियां हैं। शंकरगढ़ साधन सहकारी समिति, शिवराजपुर, गोइसरा और अतरसुइया में नौ-नौ वार्ड हैं, जहां पर 14 मार्च को हुए नामांकन के बाद डायरेक्टर/ संचालक पद का निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है।