चैत्र प्रतिपदा पर पथ संचलनः राजभवन से कतारबद्ध होकर निकले कार्यकर्ता
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). भारत केवल एक भूमि का टुकड़ा ही नहीं अपितु एक जीता जागता स्वरूप है। संघ का कार्य ईश्वरीय कार्य है। संघ का स्वयंसेवक बनने के लिए संघ की रीति-नीति को समझना आवश्यक है। उक्त उद्गार जिला प्रचारक यमुनापार आलोक ने खंड शंकरगढ़ के स्वयंसेवकों से कही।
शुक्ल पक्ष चैत्र प्रतिपदा के बौद्धिक आयोजन में स्वयंसेवकों से मुखातिब जिला प्रचारक ने कहा कि हिन्दू नव-वर्ष प्रतिपदा प्रकृति के नवरूप में परिणित होकर नवपुष्पों-फलों और नये पल्लवों से शोभायमान होकर नये वर्ष के आगमन की सूचना देते हैं। जीवन में संतुलन बना रहे, इसके लिए नवरात्रि एवं शक्ति उपासना की जाती है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ 2025 में शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है।
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चैत्र प्रतिपदा के मौके पर नगर पंचायत शंकरगढ़ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ द्वारा शोभा यात्रा निकाल कर पथ संचलन किया गया। पथ संचलन के इस कार्यक्रम में संघ के सभी पदाधिकारी और कार्यकर्ता पूर्ण गणवेष में शामिल हुए। राजभवन से निकली शोभायात्रा का जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया। शोभायात्रा नगर के सदर बाजार, लाइनपार, रानीगंज, पुरानी बाजार होते हुए विभिन्न जगहों में घूमी। पथ संचलन की अध्यक्षता रामखेलावन गुप्ता ने की। उन्होंने सभी स्वयंसेवकों को संगठित होकर राष्ट्रभक्ति करने का संदेश दिया।
पथ संचलन में प्रमुख रूप से जिला शारीरिक शिक्षण प्रमुख अखिलेश, खंड संघ चालक सूर्यकांत, खंड कार्यवाह नरेंद्र, खंड शारीरिक शिक्षण प्रमुख रमेश, खंड प्रचारक आशुतोष, जिला बौध्दिक प्रमुख मुकेश, व्यवस्था प्रमुख प्रेमचंद, मूलचंद्र गुप्ता, गोपाल दास गुप्ता, रामानुज गुप्ता, दीपक कुमार, अनूप केसरवानी, सुजीत केसरवानी, दिलीप कुमार, रोहित केसरवानी, सुनील केसरवानी, जीतेंद्र बहादुर समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए।