अवध

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पढ़ी गई अलविदा की नमाज, चप्पे-चप्पे पर तैनात रही फोर्स

प्रयागराज (आलोक गुप्ता). रमजान के आखिरी जुमा, अर्थात अलविदा की नमाज पूरे एहतेराम के साथ पढ़ी गई। माफिया अतीक अहमद व अशरफ की हत्या के बाद पड़ी अलविदा की नमाज को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए गए थे। संवेदनशील व मिश्रित आबादी वाले इलाकों में पुलिस बल के साथ-साथ ड्रोन से भी निगरानी की गई। मस्जिद के बाहर और नमाज पढ़ने वाले स्थलों पर पुलिस के साथ-साथ आरएएफ और पीएसी का कड़ा पहरा रहा।

कड़े बंदोबस्त के बीच प्रयागराज में जामा मस्जिद, करेली, कसारी-मसारी, अटाला, चकिया, बमरौली, मरियाडीह समेत तमाम संवेदनशील स्थलों पर स्थित मस्जिदों में अलविदा की नमाज अता करवाई गई। नमाज पढ़ने के बाद नमाजियों ने मुल्क की सलामती और अमन-चैन की भी दुआ मांगी। दोपहर बाद शहर की मस्जिदों में अलग-अलग वक्त पर नमाज अता की गई। अलविदा की नमाज को भी छोटी ईद का दर्जा दिया जाता है। यह पाक रमजान माह का आखिरी जुमा होता है। इस दिन खास दुआ और मस्जिदों में खुतबा किया जाता है।

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पुराने शहर में अलविदा की नमाज को लेकर क़ड़ा पहरा बैठाया गया था। आरएएफ की दस कंपनी के साथ 25 कंपनी पीएसी कदम कदम पर तैनात थी। एलआईयू और इंटेलिजेंस के लोग सादी वर्दी में काफी पहले से ही डटे हुए थे।

अतीक-अशरफ हत्याकांड की वजह से अलविदा की नमाज के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को आम दिनों की अपेक्षा और भी कड़ा किया गया था। पुराने शहर में चप्पे-चप्पे पर फोर्स की तैनाती की गई है। चौराहों, गली मोहल्लों में पुलिस, पीएसी और आरएएफ का पहरा है। अलविदा की नमाज को सकुशल संपन्न करवाने के लिए पुलिस उपायुक्त नगर एवं अपर पुलिस उपायुक्त प्रोटोकाल के द्वारा लगातार भ्रमण किया गया। उच्चाधिकारी भी पल-पल की मानीटरिंग करते रहे।

बताते चलें कि सूबे में आज अलविदा की नमाज को संपन्न करवाने केलिए कड़े बंदोबस्त किए गए थे। प्रदेश में कुल 29439 मस्जिदों के अलावा भीड़ बढ़ने पर दूसरी जगहों पर अलविदा की नमाज अता की गई। पुलिस प्रशासन ने प्रदेश में 2,933 संवेदनशील स्थान चिन्हित किए थे। जिसे लेकर कड़े इंतजामात किए गए थे। नमाज स्थलों के आसपास ड्रोन और सीसीटीवी से निगाह रखी गई। धर्मगुरुओं से बराबर संवाद किया जाता रहा। 849 जोन और 2,460 सेक्टर में पुलिस के साथ-साथ 249 कंपनी पीएसी, आरएफ, एसडीआरएफ, सीआरपीएफ समेत 7000 दरोगाओं को भी सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी।

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