भाकियू की चेतावनीः धान की सिंचाई के लिए पानी नहीं मिला तो चक्काजाम तय
प्रयागराज (राहुल सिंह). कोरांव धान के कटोरे के रूप में प्रसिद्ध है। यहां बड़े पैमाने पर और धान की उन्नत किस्मों की पैदावार की जाती है। इस वर्ष अवर्षण की वजह से धान के पौध की हालतकमजोर दिख रही है। खेत में धान की फसल पीली पड़ती जा रही है। कई खेतों में दरार पड़ गई है। किसानों की समस्या को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भानु) ने तत्काल नहर चालू करवाने की मांग की है।
शनिवार को कोरांव क्षेत्र के पौसला चौराहे पर जुटे भाकियू के पदाधिकारियों ने कहा कि जिला प्रशासन व संबंधित विभाग के द्वारा अविलंब धान की फसल की सिंचाई का प्रबंध किया जाए। टेल तक पानी पहुंचाया जाए, अन्यथा भाकियू उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा।
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महिला मोर्चा की अध्यक्ष पूजा मिश्रा ने कहा कि यदि आगामी दो दिनों के भीतर नहर में पानी नहीं छोड़ा गया तो भाकियू के पदाधिकारी और कार्य़कर्ता चक्काजाम के लिए मजबूर होंगे। पूजा मिश्रा ने कहा सिंचाई की समस्या का स्थाई समाधान करने के लिए गरगटा में दो स्थानों पंप की स्थापना की जाए, ताकि क्षेत्र के दो दर्जन से अधिक गांवों के लोगों को सिंचाई का स्थाई समाधान मिल सके।
भाकियू के प्रदर्शन की सूचना पर नायब तहसीलदार कोरांव विनोद सिंह मौके पर पहुंचे और शीघ्र ही पानी छोड़े जाने का आश्वासन दिया, जबकि अन्य मांगों के लिए थोड़ी मोहलत मांगी। इस दौरान भाकियू पदाधिकारियों ने गौरा पावर हाउस के खीरी फीडर पर अत्यधिक लोड होने के कारण छापर केलिए एक नया फीडर बनाने और नहर की समस्या हल होने तक के लिए सिंचाई के लिए निशुल्क बिजली की भी मांग की है। इस मौके पर प्रधान अशोक पाल, डॉ निरेन्द्र, राम राज, बृज मोहन, भीम व आसपास के क्षेत्रीय किसान मौजूद रहे।
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