एडीओ गए थे प्राइमरी स्कूल का मुआयना करने, गेट पर लगे ताले ने किया स्वागत
नहीं सुधर रहे परिषदीय विद्यालयों के जिम्मेदार शिक्षक
लतीफपुर के जिम्मेदार शिक्षकों को दी जाएगी नोटिसःबीईओ
प्रयागराज (राहुल सिंह). परिषदीय विद्यालयों को सुधारने की जितनी कवायद की जा रही है, उसका कोई खास असर नहीं दिख रहा है। हाल ही में प्रदेश सरकार की पहल पर स्कूल के जिम्मेदार शिक्षकों को टैबलेट दिया गया, ताकि स्कूल में शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के साथ-साथ खुलने और बंद होने के समय को स्थाई किया जा सके, पर ऐसा होने से रहा। सोमवार को एडीओ (पंचायत) कोरांव विकास खंड कोरांव के प्राथमिक विद्यालय लतीफपुर का निरीक्षण करने पहुंचे थे, लेकिन विद्यालय ही बंद मिला। स्कूल जांचने पहुंचे एडीओ ताला लटकता देख बैरंग लौट आए।
कोरांव के एडीओ (पंचायत) विवेक मिश्र ने बताया कि सोमवार को वह क्षेत्र के बेलवनिया में बनी गाय संरक्षण केंद्र और गैस प्लांट का निरीक्षण करने केलिए गए थे। वापसी में दो बजे वह निरीक्षण करने के मकसद से रास्ते में पड़ने वाले प्राथमिक विद्यालय लतीफपुर पहुंच गए। पर, गेट पर पहुंचते ही उन्हे ताला लटकता दिखा। स्कूल में सन्नाटा पसरा हुआ था। एडीओ ने बताया कि ऐसा प्रतीत हुआ जैसे काफी समय पहले ही स्कूल बंद कर दिया गया हो। आसपास लोगों से बात की गई, पता चला यह विद्यालय अक्सर ऐसे ही समय से पहले बंद कर दिया जाता है।
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इस मामले में खंड शिक्षा अधिकारी कोरांव मोहम्मद रिजवान से बात की गई। उन्होंने बताया कि संबंधित को नोटिस निर्गत कर जवाब मांगा जाएगा, साथ ही सख्त कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा। शिक्षकों की यह लापरवाही किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं है। कोरांव के परिषदीय विद्यालयों में समय से पहले बंद होने और समय से पहले खुलने का यह कोई नया मामला नहीं है। तमाम हिदायत के बाद भी बेसिक शिक्षा महकमा कोई लगाम नहीं लगा पा रहा है। मौजूदा समय में परिषदीय विद्यालयों के खुलने का समय सुबह साढ़े आठ बजे और बंद होने का समय साढ़े तीन बजे निर्धारित किया गया है।
संबंधित विद्यालय के इंचार्ज विकास से बात की गई तो उन्होंने बताया कि 120 छात्रों का नामांकन हैं। 88 बच्चे आए हुए थे। प्रधाना अध्यापिका बदक्सा बेगम छुट्टी पर थीं। एक स्टॉफ परीक्षा की कॉपी रखने के लिए गए, उसी समय बिच्छू ने डंक मार दिया, जिससे हम सभी स्टॉफ घबरा गए। विद्यालय ढ़ाई बजे तक खुला था उक्त विद्यालय मे दो शिक्षा मित्र दो सहायक एक प्रधानाअध्यापिका समेत कुल पांच का स्टॉफ हैं।