मुफलिसी ने किया मरने के लिए मजबूरः फांसी के फंदे पर लटकता मिला पिता और पुत्रियों का शव
गोरखपुर (the live ink desk). आर्थिक संकट का सामना कर रहे एक पिता ने मजबूर होकर दो बेटियों के साथ जान दे दी। यह दर्दनाक घटना जनपद के घोसीपुरवा मोहल्ले की है। मंगलवार को यहां के निवासी जीतेंद्र श्रीवास्तव और उनकी दो बेटियों का शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ पाया गया। जीतेंद्र कपड़े की सिलाई कर परिवार की आजीविका चलाते थे। उनकी पत्नी का देहांत दो वर्ष पहले बीमारी के कारण हो गया था। SSP ने बताया कि जीतेंद्र श्रीवास्तव का शव एक कमरे में, जबकि बेटियों का शव दूसरे कमरे में मिला। शव की चोरघर भेज दिया गया है। शवों का पोस्टमार्टम डाक्टरों के पैनल से करवाया जाएगा। इसके अलावा घटना के संबंध में अन्य जानकारी जुटाई जा रही है।
यह भी पढ़ेंः आठ अरब हुई दुनिया की आबादी, अगले से चीन को पीछे छोड़ देंगे हम
यह भी पढ़ेंः सड़क दुर्घटनाओं में बाइक सवार युवक और बुजुर्ग की मौत, तीन घायल
आज सुबह उक्त घटना की जानकारी होने के बाद पुलिस उच्चाधिकारियों के साथ फारेंसिक टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का जायजा लिया। तीनों शवों को चीरघर भेज दिया गया है। मूल रूप से सिवान जनपद के गुठनी के रहने वाले ओमप्रकाश श्रीवास्तव अपने परिवार के साथ बीते एक दशक से अधिक समय से घोसीपुरवा में रह रहे हैं। ओमप्रकाश रात में गार्ड की नौकरी करते हैं, जबकि बेटा जीतेंद्र श्रीवास्व कपड़े की सिलाई का कार्य करता था।
बताया जाता है कि बीती रात ओमप्रकाश जब ड्यूटी पर चले गए तो रात केवक्त जीतेंद्र ने अपनी दो बेटियों मान्या (16) और मानवी (14) के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। इस वारदात की खबर आज उस समय हुई, जब ओमप्रकाश ड्यूटी करके घर लौटे। दरवाजा खोलने पर बेटे और पोतियों का शव लटकता देख उनके होश उड़ गए। चीखपुकार सुनकर आसपास केलोग मौके पर जमा हो गए। इसके बाद मामले की जानकारी पर शाहपुर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल की जांच की और शव को कब्जे में लेकर चीरघर भेजा।