कुंठा को दूर कर मन को निर्मल बनाता है सत्संगः संत सूरज प्रकाश
भदोही (संजय सिंह). सत्संग मानव जीवन का महत्वपूर्ण अंग है। हमारे ऋषि-मुनियों ने भी सत्संग की महिमा का विस्तार से वर्णन करते हुए इसे दैनिक जीवन का हिस्सा बताया है। उक्त उद्गार दुर्गागंज निरंकारी संत सूरज प्रकाश ने व्यक्त किए। दुर्गागंज में आयोजित विशेष सत्संग अमृतसर से आए निरंकारी संत केंद्रीय प्रचारक सूरज प्रकाश ने कहा कि ईश्वर सत्य है, ईश्वर को जानकर जब हम सत्संग के रूप में बैठकर एक ईश्वर परमात्मा का जिक्र करते हैं, तो वह सत्संग है।
निरंकारी संत सूरज प्रकाश ने कहा कि सत्संग में इस सत्य के संग द्वारा हमारे जन्म-जन्मांतर की मैल साफ हो जाती है। मन पवित्र हो जाता है। सारी कुंठाएं दूर हो जाती हैं। सत्संग हमारी आत्मा का नाता परमात्मा से जोड़कर हमें प्रभु के रंग में रंग देता है।
उन्होंने आगे कहा कि आज हमें निरंकारी सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज के वचनों पर चलने की जरूरत है और सत्संग, सेवा, सुमिरन करते हुए भक्ति वाला जीवन जीते हुए अपने जीवन के सफर को पूरा करना है। इस कार्यक्रम में प्रयागराज जोन के जोनल इंचार्ज अशोक कुमार सचदेव, भदोही संयोजक राजेश कुमार गुप्ता, स्थानीय सेवादल संचालक रमाशंकर इत्यादि मौजूद रहे। अंत में दुर्गागंज के मुखी महात्मा अशोक कुमार ने आए हुए सभी अतिथियों, साधु संगत एवं सेवादल के सभी भाई -बहनों का आभार व्यक्त किया।