शिक्षकों की बीएसए से अपीलः एक-दो मिनट की देरी पर माफी का भी हक बनता है
विभिन्न समस्याओं को लेकर बीएसए से मिला शिक्षकों का प्रतिनिधि मंडल
भदोही (कृष्ण कुमार द्विवेदी). राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ भदोही की मासिक बैठक बीआरसी ज्ञानपुर में हुई। जिलाध्यक्ष धीरज सिंह की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सभी ब्लाकों के पदाधिकारियों ने सहभागिता की और अपनी समस्याओं को जिला कमेटी के समक्ष रखा। इसके उपरांत जिलाध्यक्ष की अगुवाई में शैक्षिक महासंघ के प्रतिनिधि मंडल ने बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह से मुलाकात की और शिक्षकों की समस्याओं के निदान की मांग की।
जिलाध्यक्ष धीरज सिंह ने कहा कि शासन द्वारा योजित विभागीय योजनाओं को क्रियान्वयन में भदोही टाप फाइव जनपदों में शामिल है। जिले के शिक्षक पूरे समर्पण भाव से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे हैं।
इस दौरान जिलाध्यक्ष ने नैट परीक्षा (NAT) के दौरान 4-5 बच्चों के गैरहाजिर होने पर भी कुछ शिक्षकों का वेतन बिना स्पष्टीकरण के रोक दिया गया है। जबकि शिक्षकों ने बच्चों के स्कूल आने के पूर्ण प्रयास किया गया था। बिना शिक्षकों का पक्ष जाने उनका वेतन रोकना न्याय के सिद्धांतों के प्रतिकूल है। जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि बीएसए के द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर शिक्षकों का मनोबल भी बढ़ाया जाता है, बावजूद इसके दूसरी तरफ एक-दो मिनट की देरी पर कार्रवाई करदी जाती है, इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
जन सूचना अधिकारः एसीपी मेजा, तहसीलदार और वीडीओ पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना |
प्रतियोगिताओं में डिग्री कालेज की ज्योति, आयशा, अंशू और करिश्मा को प्रथम स्थान |
जिलाध्यक्ष ने कहा कि विभाग व संगठन के समन्वय से शिक्षा के रथ को आगे बढ़ाना चाहिए, लेकिन विगत कई माह से इस संदर्भ में कोई बैठक नहीं की जा रही है। एक दिन की वेतन कटौती, माह का बाधित वेतन के निराकरण के लिए समाधान दिवस का आयोजन पूर्व की भांति किया जाए।
उन्होंने कहा कि कई शिक्षकों की वेतन वृद्धि बाधित है। एरियर नहीं लग रहा है और वह विद्यालय अवधि के बाद कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं। शिक्षकों की इन सभी समस्याओं पर बीएसए ने न्यायोचित कार्य़वाही का भरोसा दिलाया।
इस दौरान बीएसए को मांगों से संबंधित ज्ञापन सौंपा गया। इस मौके पर जिला महामंत्री क्रांतिमान शुक्ल, शिल्पी अग्रवाल, ज्योति वर्मा, रुक्मिणी पांडेय, महेश यादव, सुरेश मौर्य, प्रतीक मालवीय, अरुण यति, शिवम श्रीवास्तव, मनोज मौर्य, राजीव रतन, देवेंद्र मिश्र, दिलीप पटेल, निशांत यादव, विजय कुमार, राजकुमार दुबे, रत्नाकर रॉय, बृजेश कुमार, विनोद सिंह, राजीव श्रीवास्तव, हरिओम श्रीवास्तव, अभिषेक पांडेय, देवेश रॉय, वेद रघुवंशी, अजय त्रिपाठी मौजूद रहे।
नया भवन बनने तक सहायक चकबंदी कार्यालय में चलेगा ग्राम न्यायालय |
काव्य संग्रह अलगौझी का विमोचनः ‘खेत-खलिहान और वन- उपवन के कवि हैं मोहनलाल’ |