भदोही (संजय सिंह). कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के 18 प्रशासनिक समिति के सदस्यों का चुनाव हो गया। अब परिषद के उपाध्यक्ष के चुनाव को लेकर चर्चा होनी तेज हो गई है। उपाध्यक्ष को ही परिषद के चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।
सीईपीसी के चुनाव के बाद पहली बैठक 30 मई को होगी। ऐसा माना जा रहा है कि बैठक में उपाध्यक्ष को लेकर चर्चा होगी। पिछले दिनों सीईपीसी के 18 प्रशासनिक समिति के सदस्यों का चुनाव हुआ, जिसमें उत्तर प्रदेश कोटे से 10, जम्मू-कश्मीर कोटे से चार व शेष भारत कोटे से चार सीओए सदस्य चुने गए। देखा जाए तो सबसे ज्यादा कालीन निर्यातकों की संख्या भदोही-मिर्जापुर कालीन परिक्षेत्र में है।
इसीलिए यहां से 10 प्रशासनिक समिति के सदस्यों का चुनाव होता है। सीईपीसी की स्थापना को 42 वर्ष हो गए, लेकिन उत्तर प्रदेश के खाते में उपाध्यक्ष का पद सिर्फ 6 बार आया। जबकि पं.गुलाबधर मिश्र, श्रीधर मिश्र, वीआर शर्मा व सिद्धनाथ सिंह चेयरमैन रह चुके हैं। भदोही के कालीन निर्यातक चाहते हैं कि इस बार सीईपीसी का चेयरमैन कोई यूपी कोटे यानी भदोही से चुना जाए।
चुनाव के बाद सीईपीसी के नवनिर्वाचित प्रशासनिक समिति के सदस्यों की पहली होनी है। संभवतः बैठक में उपाध्यक्ष को लेकर चर्चा होगी। सीईपीसी के चेयरमैन का चुनाव सीधे नहीं होता है। निर्वाचित सदस्यों द्वारा ही उपाध्यक्ष का चुनाव किया जाता है और उन्हीं को चेयरमैन पद पर पदोन्नत कर दिया जाता है।