छात्र-छात्राओं को उत्साहित कर गए आईएएस यक्ष चौधरी
कहा- सिविल परीक्षा एक बड़ा इम्तिहान है, ऐसे में युवाओं के पास बी प्लान भी होना चाहिए
मुरादाबाद (the live ink desk). 2021 में आईएएस ऑल इंडिया रैंकिंग में छठवाँ स्थान पाने वाले आईएएस यक्ष चौधरी ने छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन करते हुए कहा, आपको उसी क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहिए, जिसमें आपकी गहरी रुचि हो। दीगर युवाओं को देखकर कभी अपने करियर का चुनाव नहीं करना चाहिए। आप जो भी कार्य करें, उसमें केंद्रित-लक्ष्य, समर्पण, प्रतिबद्धता का प्रदर्शन करना चाहिए। तय लक्ष्य में यदि लगन होगी तो आप निश्चित ही सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
यक्ष चौधरी ने सचेत किया, करियर के शुरूआती चरण में आपको अनेक तरह के उतार-चढ़ाव देखने को मिलेंगे, किन्तु आप अपनी कड़ी मेहनत से असफलता को मात दे सकते हैं। वह तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी के ऑडिटोरियम में आयोजित सम्मान समारोह और मोटिवेशन सत्र में बोल रहे थे। इससे मौके पर यक्ष चौधरी का बुके देकर गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इससे पूर्व माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शंखनाद हुआ। ऑडिटोरियम में यक्ष चौधरी के संग-संग टीएमयू के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा, डीन छात्र कल्याण प्रो. एम पी सिंह, डीन कॉलेज ऑफ़ लॉ प्रो. हरबंश दीक्षित उपस्थित रहे।
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सम्मान के तौर पर मोटिवेटर यक्ष चौधरी को वीसी प्रो. रघुवीर सिंह ने तुलसी का पौधा भेंट किया। मोटिवेशन सत्र के दौरान बड़ी संख्या में एजुकेशन कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज और लॉ कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। सत्र के दौरान सवाल-जवाब का भी दौर चला। संचालन एजुकेशन की फैकल्टी डॉ. नम्रता जैन ने किया।
उतार-चढ़ाव से जूझकर ही मिलती है मंजिलः कुलपति प्रो. रघुवीर सिंह ने कहा, सफलता पाने के लिए कोई सीधा पैमाना नहीं होता है। सत्य यह है, आप जो भी लक्ष्य प्राप्त करना चाहते हैं, वह कतई मुश्किल नहीं है। हरेक के जीवन में कोई न कोई समस्या आती-जाती रहती है, लेकिन ऐसा नहीं है कि उनसे लड़ा ना जा सके या उनसे पार ना पाया जा सके। सफलता एक स्ट्रेट लाइन की मानिंद नहीं है। सफलता एक पीक की तरह है, जिसमें उतार-चढ़ाव रहते हैं। रजिस्ट्रार डॉ. आदित्य शर्मा बोले, करियर को लेकर युवा हमेशा संजीदा रहें। यह बड़े गर्व की बात है कि हमारे ग्रामीण या आसपास के इलाके के युवा आईएएस बनने के ड्रीम न केवल देख रहे हैं, बल्कि उन्हें मूर्त रूप भी दे रहे हैं।
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यक्ष चौधरी ने छात्र-छात्राओं की शांत की जिज्ञासाः मोटिवेशन सत्र के दौरान छात्र-छात्राओं ने यक्ष चौधरी से सवाल पूछकर अपनी जिज्ञासा शांत की। उन्होंने सवाल किया, बीटेक पासआउट होने के बाद आपने सोशलॉजी को क्यों चुना? सिविल परीक्षा की तैयारी के लिए जीवन में कौन-सा वक़्त चुना जाए? खुद को इस परीक्षा के लिए कैसे पहचानें? मोटिवेशन होने का क्या तरीका है? यक्ष चौधरी ने सभी सवालों का तर्कसंगत जवाब देते हुए सलाह दी, सिविल परीक्षा एक बड़ा इम्तिहान है। ऐसे में युवाओं के पास करियर के लिए बी प्लान भी होना चाहिए।