पश्चिमांचल

एक दशक में दस गुना बढ़ गए साइबर अटैकः आलोक लाल

देश की पहली प्राइवेट यूनिवर्सिटी में खुला साइबर सिक्योरिटी का सेंटर

मुरादाबाद. तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद से संबद्ध टिमिट में साइबर सिक्योरिटी एवम् ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजीज़ के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का माइक्रोसॉफ्ट में इंडिया एंड साउथ एशिया के नेशनल सिक्योरिटी ऑफिसर आलोक लाल ने शुभारंभ किया। व्हिजहैक टेक्नोलॉजीज के को-फाउंडर एवम् सीईओ कल्लोल सिल और पार्टनरशिप एंड एल्सायंसिस हेड सोविक सरकार, यूआर सर्विसेज़ लिमिटेड के सीईओ डा. रचित अग्रवाल के संग-संग टीएमयू के वीसी प्रो. रघुवीर सिंह, रजिस्ट्रार डा. आदित्य शर्मा, डीन एकेडमिक्स प्रो. मंजुला जैन, निदेशक टिमिट प्रो. विपिन जैन भी मौजूद रहे।

माइक्रोसॉफ्ट में इंडिया एंड साउथ एशिया के नेशनल सिक्योरिटी ऑफिसर आलोक लाल चिंता जताते हुए बोले, आजकल युद्ध बंदूक से नहीं, साइबर अटैक से लड़े जाते हैं। दुनिया में साइबर अटैक तेजी से बढ़ रहे हैं। नतीजतन दस बरसों में साइबर अटैक दस गुना बढ़ गए हैं। ये अटैक लगातर बढ़ते ही जा रहे हैं, इसीलिए किसी भी देश के लिए सबसे बड़ी चुनौती साइबर अटैक से अपने प्रतिष्ठानों को बचाना है।

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ऐसे में युवाओं को साइबर सिक्योरिटी का ज्ञान होना अति आवश्यक है। 2025 तक 3.5 मिलियन जॉब्स इस सेक्टर में सृजित होंगे। यह हमारा भी सौभाग्य है, देश की सैकड़ों प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ में तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद (यूपी) को चुना है। उन्होंने उम्मीद जताई, साइबर सिक्योरिटी एवम् ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजीज़ के यूजी एंड पीजी कोर्स से हजारों-हजार साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ देश को मिलेंगे।

आलोक लाल बोले, माइक्रोसाफ्ट कंपनी का साइबर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर डवलप करने में कोई सानी नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस-एआई टेक्नोलॉजी भी साइबर सिक्योरिटी सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।

व्हिजहैक टेक्नोलॉजीज के को-फाउंडर एवम् सीईओ कल्लोल सिल ने कहा, रक्षा क्षेत्र के बाद साइबर सिक्योरिटी सेक्टर देश की सुरक्षा के लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण कार्यक्षेत्र है, साथ ही इसमें रोजगार के भी असीम अवसर हैं। कल्लोल सिल बोले, व्हिजहैक टेक्नोलॉजीज देश की एकमात्र कंपनी है, जिसके पास साइबर रेंज उपलब्ध है। उन्होंने साइबर रेंज को विस्तार से बताते हुए कहा, साइबर रेंज एक प्रकार की शूटिंग रेंज की मानिंद है, जहां पर विभिन्न प्रकार के साइबर सिक्योरिटी के सॉफ्टवेयर और प्रैक्टिस के मौके मिलेंगे।

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इस मौके पर टीएमयू और व्हिजहैक टेक्नोलॉजीज के बीच एमओयू भी साइन हुआ। एमओयू पर टीएमयू की ओर से रजिस्ट्रार डा. आदित्य शर्मा, जबकि व्हिजहैक टेक्नोलॉजीज की ओर से को-फाउंडर एवम् सीईओ कल्लोल सिल ने हस्ताक्षर किए। इससे पूर्व अतिथियों का बुके देकर स्वागत किया गया। अंत में सभी को स्मृति चिन्ह भी भेंट किए गए। टिमिट के निदेशक प्रो. विपिन जैन ने बताया, एमओयू के तहत टिमिट में यूजी में बीकॉम इन ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी, जबकि पीजी में एमबीए इन साइबर सिक्योरिटी के कोर्स प्रारंभ होंगे। कार्यक्रम का संचालन फैकल्टीज़ अंशु चौहान और दीप्ति राज वर्मा ने किया।

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