इस्तीफा देने का मतलब आरोपों को स्वीकार कर लेना, जांच एजेंसी पर पूरा भरोसाः ब्रजभूषण सिंह
सांसद ने कहा-कुश्ती में एक ही अखाड़े और एक ही परिवार का दबदबा क्यों, देश में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं
लखनऊ/गोंडा (the live ink desk). गोंडा के सांसद ब्रजभूषण शरण सिंह (Braj Bhushan Sharan Singh) ने कहा कि मैं अपने पद से इस्तीफा नहीं दे रहा हूं। अगर, मैंने इस्तीफा दे दिया तो इसका मतलब यह हो जाएगा कि मैं ने आरोपों को स्वीकार कर लिया है। इस्तीफा देना पड़ा बात नहीं है। पहलवानों के द्वारा यौन शोषण के आरोपों का सामना कर रहे भाजपा सांसद आज गोंडा में अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, मैं निर्दोष हूँ। मुझे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। इस के पीछे एक उद्योगपति और कांग्रेस पार्टी का हाथ है।
गोंडा के नंदिनीनगर स्थित आवास पर Braj Bhushan Singh ने कहा कि एक ही परिवार और एक ही अखाड़ा क्यों। हरियाणा के अन्य खिलाड़ी क्यों नहीं। हिमाचल, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे अन्य राज्यों के खिलाड़ी क्यों नहीं। 12 साल से लगातार इनके साथ यौन उत्पीड़न हो रहा है, वही उत्पीड़न देश के अन्य खिलाड़ियों के साथ क्यों नहीं हो रहा है। सांसद ने कहा कि लगाए गए आरोपों की जांच समिति की रिपोर्ट लगातार इनके पास पहुंच रही थी और जब इनको लगा कि जांच समिति में कोई आरोप साबित नहीं होगा तो इन लोगों ने समिति की रिपोर्ट के आने का इंतजार भी नहीं किया और एक नये मामले के साथ सुप्रीम कोर्ट चले गए।
सांसद Braj Bhushan Singh ने कहा, मुझे न्यायालय और जांच एजेंसियों पर पूरा भरोसा है। मैं हर तरह से सहयोग के लिए तैयार हूं। लेकिन, इन लोगों की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। पहले आरोप लगाने वाले यही लोग कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद से इस्तीफा मांग रहे थे और अब सभी पदों से इस्तीफा मांगने के साथ-साथ जेल भेजने की डिमांड शुरू कर दी है। सिंह ने कहा, मेरा कार्यकाल लगभग पूरा हो चुका है। मैं, कुश्ती महासंघ का अध्यक्ष किसी की कृपा से नहीं बना हूं। चुनाव जीतकर बना हूं और सांसद भी क्षेत्र की जनता के आशीर्वाद से बना हूं।
कुश्ती संघ में लगातार एक अखाड़ा और एक घराने का ही दबदबा रहता था। हमने इस पर रोक लगाने का काम किया। यही काम कुछ लोगों को रास नहीं आ रहा है। प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी एक ही अखाड़े और एक ही परिवार से संबंधित हैं। उन्होंने कहा कि कैंप में पूरे देश के खिलाड़ी रहते हैं, अन्य राज्यों के खिलाड़ियों के साथ गलत क्यों नहीं हुआ।
गौरतलब है कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने यौन उत्पीड़न के मामले में शुक्रवार (28 अप्रैल, 2023) को दो एफआईआर दर्ज की है। कनॉट प्लेस पुलिस थाने में पहली एफआईआर नाबालिग पहलवान की शिकायत पर दर्ज की गई है।