Pakistan से किसी भी तरह की नहीं होगी बातचीतः अमित शाह
बारामूला में गृहमंत्री ने पाक पर बोला हमला, गुपकार मॉडल की अनैतिक गतिविधियों पर भी उठाए सवाल
जम्मू (the live ink desk). तीन दिनी प्रवास पर जम्मू आए अमित शाह ने तीसरे दिन बारामूला (Baramulla) एक रैली के संबोधित किया। पाकिस्तान (Pakistan) पर हमला बोलते हुए अमित शाह (Amit Shah) ने कहा, जम्मू-कश्मीर टेररिस्ट हाटस्पाट के रूप में जाना जाता था, वो अब टूरिस्ट हाटस्पाट के रूप में जाना जाता है। शाह ने कहा, दहशतगर्दी या आतंकवाद से कश्मीर का भला नहीं होगा। कश्मीर का भला जम्हूरियत से होगा। उद्योग-धंधे लगने से होगा। एम्स और आईआईएम बनने से होगा।
शाह ने कहा, ये जो कुछ लोग मुझे सलाह दे रहे हैं न कि सरकार से बात करे, उससे बात करे, मैं बड़ी स्पष्टता से कहना चाहता हूं कि मैं किसी से बात नहीं करूंगा। मैं अपने गुर्जर, बकरवाल व पहाड़ी भाइयों-बहनों और सिर्फ घाटी के अपने युवा साथियों से बात करूंगा। शाह ने कहा, जम्मू-कश्मी में दो विकास मॉडल हैं। पहला विकास विकास, शांति, सद्भाव, शिक्षा और बेरोजगारी का मोदी मॉडल है, दूसरा आतंक, अलगाववाद और भ्रष्टाचार का गुपकार मॉडल है। गुपकार मॉडल में J&K के युवाओं के लिए सिर्फ पत्थर, बंद कालेज, बंदूके हैं और मोदी मॉडल में युवाओं के लिए IIM, IIT, AIIMS है।
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हम सिर्फ यहां के लोगों से बात करेंगेः गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, पाकिस्तान के साथ किसी भी तरह से बातचीत नहीं की जाएगी। कहा, कुछ लोग कहते हैं कि पाकिस्तान से बात करनी चाहिए। हम क्यों पाकिस्तान से बात करेंगे। हम बारामुला के लोगों से बात करेंगे। हम कश्मीर के लोगों से बात करेंगे। अक्सर, कुछ लोग पाकिस्तान का नाम लेते हैं, लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के कितने गांव में बिजली कनेक्शन है। हमने पिछले तीन सालों में कश्मीर के सभी गांवों में बिजली कनेक्शन देने का कार्य पूरा किया। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। हमारी सरकार आतंकवाद का सफाया कर देगी और जम्मू कश्मीर को देश का सबसे शांतिपूर्ण क्षेत्र बनाएगी।
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1990 से अब तक 42000 लोगों ने जान गंवाईः अपने भाषण के दौरान बोलते हुए अमित शाह ने पूछा कि क्या आतंकवाद से कभी किसी को फायदा हुआ है। इस आतंकवाद ने 1990 के दशक से अब तक 42000 से ज्यादा लोगों की जान ली है। जम्मू कश्मीर में विकास की गति को रोकने के लिए अमित शाह ने नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला को, पीडीपी की मुफ्ती मोहम्मद सईद को और नेहरू, गांधी परिवार को निशाने पर लेते हुए कहा, इन लोगों ने जम्मू कश्मीर को मौका पाने पर बारी-बारी से लूटा और जम्मू कश्मीर विकास से अछूता रह गया।