कुंभ मेला: संगमनगरी में होगी ‘मेला जनपद’ की स्थापना, समिति को प्रस्ताव बनाने की जिम्मेदारी
मेला प्राधिकरण बोर्ड की 19 बैठक में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). मंगलवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण की 19वीं बोर्ड की बैठक ट्रिपल सी सभागार में हुई। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत की अध्यक्षता में हुई बैठक में महाकुंभ के दृष्टिगत महत्वपूर्ण के निर्णय लिए गए।
सर्वप्रथम महाकुंभ मेला 2025 की बसावट, व्यावसायिक एवं आवासीय गतिविधियों की जानकरी ली गई। श्रद्धालुओं, पर्यटकों की सुविधा को देखते हुए मेला क्षेत्र में अवस्थापना, यातायात एवं पार्किंग के विशेष इंतजामात के निर्देश दिए गए। इसके लिए मेलाधिकारी की अध्यक्षता में समिति बनाने को अनुमोदन दिया। यह समिति मेला क्षेत्र के सीमा निर्धारण का प्रस्ताव तैयार करते हुए ‘मेला जनपद’ घोषित किए जाने के लिए विस्तृत प्रस्ताव प्रेषित करेगी।
साफ्टवेयर से होगा भूमि व सामानों का आवंटन
इसी क्रम में महाकुंभ 2025 में संस्थाओं को सॉफ्टवेर के माध्यम से भूमि और सुविधाओं के आवेदन एवं आवंटन के लिए प्रेषित प्रस्ताव को भी अनुमोदन मिला। अब सभी संस्थाएं भूमि एवं सुविधाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगी। इसके पश्चात सुविधा पर्ची उपलब्ध कराने से लेकर पर्ची इश्यू होने के पश्चात् यदि ठेकेदार या संबंधित संस्था ने समय से समान उपलब्ध नहीं कराया तो उस पर नकेल कसना आसान होगा।
इस सॉफ्टवेयर पर महाकुंभ 2013 और कुंभ 2019 की संस्थाओं के आवंटन (सुविधा पर्चियों) का सभी पिछला डेटा भी उपलब्ध होगा, साथ ही महाकुंभ 2025 के लिए नई संस्थाओं के पंजीकरण और आवेदन की सुविधा व सुविधाओं की स्थापना के फोटोग्राफिक साक्ष्य और सत्यपन के मॉड्यूल भी उपलब्ध रहेंगे।
मेला को जोड़ने वाले पांच मार्गों की बदलेगी सूरत
मेला क्षेत्र में आने वाले तीर्थयात्रियों, स्नानार्थियों एवं पर्यटकों के आवागमन को सुचारू व सुरक्षित बनाने तथा बेहतर बनाने के लिए मेला क्षेत्र के सन्निकट अत्यधिक महत्वपूर्ण पांच मार्गों के विकास एवं सौंदर्यीकरण का कार्य मेला प्राधिकरण द्वारा कराने के प्रस्ताव को भी अनुमोदन मिला।
इन पांच प्रमुख मार्गों पर सिविल कार्यों के साथ-साथ, हॉटिकल्चर, म्यूरल पेंटिंग और मेंटेनेंस का कार्य भी कराया जाएगा। यह पांच मार्ग – बख्शी बांध से गंगा मूर्ति तिराहे होते हुए नागवासुकी तक, अलोपीबाग से दारागंज तक, किलाघाट मार्ग, दारागंज से शास्त्रीपुल और टीकरमाफी आश्रम से काली त्रिवेणी रैंप, तक हैं।
10,000 वालंटियर्स, सेवामित्र गाइड होंगे प्रशिक्षित
महाकुंभ 2025 के अवसर पर टूर गाइड, नाविक, वॉलंटियर्स, कुंभ सेवामित्र, वेंडर्स, मेला क्षेत्र में तैनात किए जाने वाले पुलिसकर्मी एवं विभागीय अधिकारियों, कर्मचारियों (लगभग 10000 की संख्या) के दो से पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए प्रस्तुत किए गए प्रस्ताव और महाकुंभ के दौरान मेला क्षेत्र में आयोजित होने वाली अन्य विविध गतिविधियों को संचालित करने के लिए हाई स्पीड इंटरनेट (लीज़ लाइन) उपलब्ध कराने के प्रस्ताव को भी अनुमोदन मिला।
इसके अतिरिक्त त्रिवेणी बांध रोड पर मोरी गेट पंपिंग स्टेशन के पास नई रेलवे लाइन के अंडरपास मार्ग के निर्माण कार्य को भी अनुमोदन मिला।