The live ink desk. हिंसा की आग में जल रहे बांग्लादेश से लोगों का पलायन भी शुरू हो चुका है। बुधवार को भारत में घुसपैठ की बड़ी कोशिश की गई, जिसे बीएसएफ के सतर्क जवानों, अधिकारियों ने नाकाम कर दिया। इस घुसपैठ का वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहाहै।
बीएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक बुधवार की शाम बांग्लादेशी नागरिकों का एक बड़ा समूह उत्तर बंगाल से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कई जगहों पर जमा हो गया और भारतीय क्षेत्र में घुसने का प्रयास करने लगा।
पहले से सतर्क और सक्रिय बीएसएफ के जवानों ने मोर्चा संभालते हुए बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश, नागरिक प्रशासन और बीएसएफ कर्मियों की मदद से भीड़ को सीमा से पीछे किया गया।
गुवाहाटी बीएसएफ के पीआरओ ने एक बयान में कहा कि स्थिति की गंभीरता को देखते हुए किसी भी सुरक्षा खतरे को रोकने के लिए सीमा क्षेत्रों में हाई अलर्ट की घोषणा की गई है। सभी कमांडरों को सतर्क रहने और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए तत्पर रहने का निर्देश दिया गया है।
कई इलाकों में बलों की भारी तैनाती की गई है और त्वरित प्रतिक्रिया टीमें (क्यूआरटी) गठित कर सीमा पर कड़ी निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है। पीआरओ ने बताया कि सीमा पर एक जल दस्ते का विंग और 11 बीएसएफ बटालियन तैनात किए गए हैं।
दूसरी तरफ बांग्लादेश में सोमवार को हुए घटनाक्रम के मद्देनजर सीमा सुरक्षा बल ने गुवाहाटी फ्रंटियर के तहत लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा की सुरक्षा की स्थिति की समीक्षा की और सभी कमांडरों को पूरी मुस्तैदी के साथहाई अलर्ट पर रहने के लिए निर्देशित किया।
भारत, बांग्लादेश से 4,096 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करता है, इसमें से 509 किमी की सीमा पश्चिम बंगाल के कूचबिहार, असम के दक्षिण सालमारा मानकाचर तक की सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ गुवाहाटी फ्रंटियर की है।