ताज़ा खबरभारतराज्य

दिन-रात लगे हैं डाककर्मी, ताकि सूनी न रहे किसी भाई की कलाई

अहमदाबाद रीजन से देश-विदेश में भेजी गईं तीन लाख से अधिक राखियाः पीएमजी केके यादवविदेशों में भी राखी का क्रेजः छुट्टी होने के बाद भी रविवार और रक्षाबंधन की डिलीवर की जाएंगी राखियां

The live ink desk. इस रक्षाबंधन किसी भाई की कलाई सूनी न रहे, इसके लिए डाक विभाग दिनरात लगा हुआ है। राखियों की डिलिवरी छुट्टी के दिन (रविवार और रक्षाबंधन के दिन) भी की जाएगी। यह प्रतीक है, उस नेह के धागे का, जो रेशन की एक डोर से बंधी हुई है।

रेशम के धागों ने सोशल मीडिया पर चल रही वर्चुअल राखियों को बौना साबित कर दिया है। वाट्सएप, फेसबुक, स्काइप, टेलीग्राम जैसे बड़े सोशल प्लेटफॉर्म को छोडकर बहनें, भाइयों की कलाई सजाने के लिए डाक से रंग-बिरंगी राखियां भेजना पसंद कर रही हैं।

देश-विदेश भेजी गईं तीन लाख राखियां

डाक विभाग भी इसके लिए मुस्तैद है और तमाम तैयारियों के साथ राखी पहुंचा रहा है। उत्तरी गुजरात रीजन, अहमदाबाद के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि अहमदाबाद रीजन से अब तक तीन लाख से ज्यादा राखियां विभिन्न डाकघरों से देश-विदेश में भेजी गईं। रक्षाबंधन के एक दिन पूर्व रविवार को भी डाक पहुंचाने के विशेष प्रबंध किए गए हैं, ताकि किसी भाई की कलाई सूनी न रहे।

अहमदाबाद रीजन से बुक की गईं 1.5 राखियां

राखी का क्रेज देश से बाहर विदेशों में भी खूब है। पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि डाकघरों से विदेशों के लिए भी स्पीडपोस्ट और रजिस्टर्ड डाक द्वारा खूब राखियाँ भेजी जा रही हैं। लगभग 1.5 लाख राखियां अहमदाबाद रीजन स्थित डाकघरों द्वारा विदेशों के लिए बुक की गईं। इसमें अन्य रीजन का आंकडा नहीं जुड़ा है।

विदेशों से भी भारत आ रहा बहनों का प्रेम

इनमें ज्यादातर राखियां संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, कनाडा, रुस, संयुक्त अरब अमीरात, जर्मनी, जापान, चीन इत्यादि देशों में भेजी गई हैं। वहीं विदेशों में रह रही बहनें भी अपने भाइयों को राखी भेज रही हैं, जो डाक विभाग के माध्यम से तुरंत पहुंचाई जा रही हैं। विदेशों में राखियां भेजने के लिए बहनें पहले से ही तैयारी करने लगती हैं, ताकि सही समय पर भाइयों को राखी मिल सके।

लगातार चल रही छंटाई और डिलिवरी की प्रक्रिया

पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने कहा कि डाक विभाग ने राखी डाक की बुकिंग के साथ-साथ स्पेशल सॉर्टिंग और बिना किसी देरी से डाकघरों से लेकर रेलवे मेल सर्विस और नेशनल सॉर्टिंग हब तक में विशेष प्रबंध किए हैं। चिट्ठियों के माध्यम से खुशियां बिखेरते रहने वाले डाक विभाग ने रिश्तों के इस त्योहार को भी एक नया आयाम दिया है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button