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अनुभवों का लाभ उठाएं और लक्ष्य की तरफ बढ़ते रहेः डा. मनसुख मांडविया

पेरिस से लौटी पैरा शूटिंग दल को केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री ने किया सम्मानित

The live ink desk.  केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री डा. मनसुख मांडविया और खेल राज्यमंत्री रक्षा खडसे ने पेरिसर से लौटे भारतीय पैरा-शूटिंग दल को सम्मानित किया। इस टीम ने पेरिस में कुल चार पदक जीते, जिसमें अवनी लेखरा ने स्वर्ण पदक, मनीष नरवाल ने रजत, और रुबीना फ्रांसिस और मोना अग्रवाल ने कांस्य पदक अपने नाम किया है।

डा. मांडविया ने खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और उनके सहयोगी कर्मचारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, “जब आप खेलते हैं, तो आप न केवल अपने लिए सफलता प्राप्त करते हैं, बल्कि अपने प्रशिक्षक, अपने माता-पिता और पूरे देश को गौरवान्वित भी करते हैं।”

उन्होंने यह भी कहा, “हमारे सभी 84 पैरा-एथलीटों ने पेरिस रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। कुछ खिलाड़ी पदक लेकर लौटे, जबकि अन्य ने बहुमूल्य अनुभव प्राप्त किया। हम इन अनुभवों का लाभ उठाएं और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ते रहें, हमेशा स्वर्ण पदक जीतने का लक्ष्य रखें।”

डा. मांडविया ने राष्ट्रीय प्रगति की आधारशिला के रूप में खेलों को विकसित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने कहा, “हमें 2047 तक स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने पर ‘विकसित भारत’ के सपने को पूरा करने के लिए आगामी प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन जारी रखना चाहिए। सरकार सभी खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण सुनिश्चित करेगी और हमारे एथलीटों और प्रशिक्षकों को मदद देना जारी रखेगी।”

अवनि लेखरा ने बनाया रिकार्ड 

अवनि लेखरा ने 249.7 अंकों का नया पैरालिंपिक रिकॉर्ड (पीआर) बनाकर आर2 – महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता और टोक्यो 2020 में जीते अपने खिताब का भी बचाव किया। इस जीत के साथ वह पैरालिंपिक या ओलंपिक में दो बार स्वर्ण पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय महिला एथलीट भी बनीं।

राकेश और शीतल ने जीता कांस्य

इस दल में पैरा-तीरंदाज राकेश कुमार और पैरा-एथलीट प्रणव सूरमा भी शामिल थे। तीरंदाज राकेश ने शीतल देवी के साथ मिलकर मिश्रित टीम कंपाउंड तीरंदाजी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, जो पैरालिंपिक में कंपाउंड तीरंदाजी में भारत के लिए पहला पदक रहा। 39 वर्षीय राकेश व्यक्तिगत स्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे और एक अंक से कांस्य पदक से चूक गए।

पेरिस पैरालंपिक में जीते 27 पदक

इस बीच, प्रणव ने पुरुषों के क्लब थ्रो एफ51 स्पर्धा में रजत पदक जीता और हमवतन धरमवीर ने इसी स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। भारत ने स्पर्धाओं की समाप्ति के बाद कुल 27 पदक (छह स्वर्ण, नौ रजत, 12 कांस्य) जीते हैं। कल टोक्यो 2020 रजत पदक विजेता प्रवीण कुमार ने 2.08 मीटर की अपनी व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ पुरुषों की ऊंची कूद – टी64 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता और इस दौरान उन्होंने एक क्षेत्रीय रिकॉर्ड (एशियाई रिकॉर्ड) भी बनाया।

सेमा पदक जीतने वाले उम्रदराज खिलाड़ी

इसके अलावा, खेलो इंडिया एथलीट और पैरालिंपिक में पदार्पण करने वाले होकाटो सेमा ने 14.65 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पुरुषों की शॉट पुट – एफ57 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। वह पैरालिंपिक के इस संस्करण में पदक जीतने वाले 40 वर्ष की आयु के सबसे उम्रदराज भारतीय भी बन गए।

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