पेरिस पैरालंपिक 2024 में Seven गोल्ड मेडल समेत 29 मेडल लेकर लौटी भारतीय पैरालंपिक टीम। एथलेटिक्स में 17, बैडमिंटन में पांच, शूटिंग कैटेगरी में चार, आर्चरी में दो और जूडो में एक पदक
The live ink desk. पैरालंपिक गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों ने पेरिस में इतिहास रच दिया। सात इवेंट में गोल्ड मेडल जीता तो नौ में रजत और 13 में कांस्य पदक पर कब्जा जमाया। पैरालंपिक गेम्स में भारत ने साल 1972 में पहला मेडल जीता था। इसमें भारत को सिर्फ एक पद मिला था।
अब तक कुल आयोजनों में पेरिस ओलंपिक 2024 का साल सर्वश्रेष्ठ रहा। इसमें भारतीय खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा के बूते कुल 29 पदकों पर कब्जा जमाया। जबकि इसके पूर्व के छह आयोजनों में भारत की झोली में कुल 31 पदक भारत की झोली में आए थे। पैरालंपिक गेम्स में भारत अब तक कुल 60 मेडल जीत चुका है, इसमें 48 मेडल बीते चार साल (टोक्यो ओलंपिक 2020, पेरिस ओलंपिक 2024) में आए हैं।
पेरिस गया था अब तक का सबसे बड़ा दल
पेरिस पैरालंपिक 2024 में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन के बाद भारतीय खिलाड़ियों का सफर समाप्त हो गया है। भारत ने इस बार पैरालिंपिक में भाग लेने के लिए 84 एथलीटों का अपना अब तक का सबसे बड़ा दल भेजा था। भारतीय खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड 29 पदक में सात स्वर्ण, नौ रजत और 13 कांस्य पदक जीते हैं। इससे पहले टोक्यो पैरालंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारत ने पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक समेत कुल 19 पदक जीते थे।
एथलेटिक्स में आए सबसे ज्यादा पदक
भारतीय खिलाड़ियों ने इस बार पैरा एथलेटिक्स में सबसे ज्यादा 17 पदक (चार गोल्ड मेडल) जीते हैं। बैडमिंटन दूसरे नंबर पर है। इसमें भारत ने एक स्वर्ण समेत पांच पदक जीते, जबकि पैरा शूटिंग में भारत को एक स्वर्ण समेत चार पदक हासिल हुए। पैरा आर्चरी में भारत ने एक स्वर्ण समेत दो पदक और पैरा जूडो में एक पदक (कांस्य) जीता।
वर्ष 2016 तक मिले थे सिर्फ 12 मेडल
पैरालिंपिक के इतिहास पर नजर डालें तो 1968 से लेकर 2016 के दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने पैरालंपिक गेम्स में सिर्फ 12 पदक जीते थे, लेकिन इसके बाद पैरालंपिक गेम्स में भारतीय खिलाड़ियों ने उड़ान भरी। भारत ने अब तक कुल 60 मेडल जीते हैं। साल 1972 में एक मेटल, 1984 में चार मेडल, 2004 में दो, 2012 मेंएक, 2016 में चार मेडल भारत की झोली में आए थे।
2020 में जीता था पांच गोल्ड समेत 19 पदक
2016 के बाद भारत ने टोक्यो पैरालंपिक में भाग लिया। इस में भारत ने रिकार्ड तोड़ प्रदर्शन करते हुए कुल 19 मेडल जीते। भारतीय खिलाड़ियों ने टोक्यो पैरालंपिक में पांच स्वर्ण पदक जीते थे। यदि 2020 और 2024 के मेडल को मिला दिया जाए तो यह योग 48 हो जाता है, जबकि इसके पूर्व भारतीय खिलाड़ियों की झोली में सिर्फ 12 पदक ही आए थे।
पैरालंपिक 2024 में गोल्ड मेडलिस्ट
पेरिस पैरालंपिक 2024 में अवनि लेखरा ने भारत को पहला पदक दिलाया। यह पदक भी स्वर्ण पदक था। इस पद ने भारतीय खिलाड़ियों में असीम ऊर्जा का संचार किया, इसके बाद इवेंट खत्म होने तक पदक आते रहे। अवनि लेखरा के बाद नितेश कुमार (पैरा बैडमिंटन), सुमित अंतिल (पैरा एथलेटिक्स), हरविंदर सिंह (पैरा तीरंदाजी), धर्मबीर (पैरा एथलेटिक्स), प्रवीण कुमार (पैरा एथलेटिक्स) और नवदीप सिंह ने (पैरा एथलेटिक्स) भी स्वर्ण पदक जीता है।