हिंदी भाषा की तुलना अन्य किसी भाषा से नहीं हो सकतीः प्रो.गीतांजलि मौर्या
प्रयागराज (आलोक गुप्ता). कुलभास्कर आश्रम स्नातकोत्तर महाविद्यालय में राष्ट्रीय हिंदी दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। प्राचार्या प्रो. गीतांजलि मौर्या के निर्देशन में राष्ट्रीय हिंदी दिवस (14 सितंबर) के अवसर पर कविता एवं भाषण प्रतियोगिता आयोजित की गई।
“वर्तमान परिप्रेक्ष्य में हिंदी भाषा की दशा एवं दिशा” विषयक कविता एवं भाषण प्रतियोगिता में कालेज के बच्चों ने अपने-अपने अनुभवों को साझा किया। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अनुग्रह प्रताप सिंह, द्वितीय स्थान सक्षम पांडेय और तृतीय स्थान संयुक्त रूप से साक्षी शुक्ला एवं सूर्य सेन ने प्राप्त किया।
प्राचार्या प्रो. गीतांजलि मौर्या ने हिंदी भाषा के इतिहास, भाषा की सहजता, सरलता एवं उसके समावेशी प्रकृति के विषय पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला। कहा, हिंदी भाषा की तुलना अन्य किसी भाषा से नहीं हो सकती और न ही अन्य किसी भाषा से इसकी तुलना करें।
कार्यक्रम में इंजीनियर आरपी सिंह, प्रो. सीएस चौबे एवं डा. आदेश वर्मा नें निर्णायक की भूमिका का निर्वहन किया। कार्यक्रम का समन्वयन प्रो. एसपी विश्वकर्मा, संयोजन डा मनीष श्रीवास्तव और धन्यवाद ज्ञापन प्रो. पवन कुमार पचौरी द्वारा किया गया।
इस मौके पर प्रो. एसपी वर्मा, डा. विकास सिंह, डा. मनीष कुमार, डा. प्रिया श्रीवास्तव, डा. अखिलेश सिंह, अंजनी त्रिपाठी, प्रवीण श्रीवास्तव, विनोद कुमार, संजय श्रीवास्तव व छात्र-छात्राओं की सराहनीय उपस्थिति रही।