अहमदाबाद (the live ink desk). गुजरात के मोरबी (Morbi of Gujarat) में रविवार की शाम सात बजे सस्पेंशन ब्रिज (suspension bridge) के टूटने से 141 लोगों की मौत हुई है, जबकि रातभर चलाए गए रेस्क्यू आपरेशन (rescue operation) के दौरान मच्छु नदी (Machhu river) से 68 लोगों के शव बरामद किए गए। कई लोग अभी भी लापता हैं। हताहत लोगों की संख्या अभी बढ़ सकती है। 100 लोगों की क्षमता वाले इस सस्पेंशन ब्रिज पर 400-500 लोगों के चढ़ने के बाद हुए हादसे के बाद से दूसरे दिन तक राहत-बचाव कार्य जारी था।
140 बरस पुराने इस ब्रिज के टूटने (suspension bridge accident) के बाद से ही जिला प्रशासन के साथ-साथ गृहमंत्री हर्ष सिंह सांघवी (Home Minister Harsh Singh Sanghvi) ने यहां डेरा डाल दिया था। स्थानीय प्रशासनिक अफसरों का मानना है कि उक्त ब्रिज पर क्षमता से अधिक लोग एकत्र हो गए थे। इसी वजह से यह हादसा हुआ। हालांकि प्रशासनिक टीम अभी इसकी जानकारी जुटा रही है कि यह उस दौरान पुल पर जाने के लिए कितने लोगों को टिकट दिए गए थे।
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जिलाधिकारी राजकोट ने बताया कि सूचना मिलते ही वह राहत-बचाव कार्य के लिए मौके पर पहुंच गए थे। एनडीआरएफ की टीम भी मौके परआ गई थी। एक साथ कई टीमों ने ज्वाइंट आपरेशन चलाकर लोगों को पानी से बाहर निकाला। घायलों को बाहर निकालने और अस्पताल लेजाने केलिए आधा दर्जन नावों केसाथ-साथ दो दर्जन एंबुलेंस को लगाया गया था।
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फिलहाल 140 बरस पुराने इस ब्रिज को दीपावली के बाद खोला गया था। चूंकि कल रविवार का दिन था, इसलिए यहां पर भारी संख्या में लोग घमने के लिए आए थे। प्राथमिक छानबीन के बाद यही अनुमान लगाया जा रहा है कि ब्रिज पर क्षमता से अधिक लोग चढ़ गए थे। जिसकीवजह से यह हादसा हुआ है। फिलहाल पुल के धराशाई होने के कारणों की जांच के लिए पांच सदस्यों वाली कमेटी बनाई है। इसके अलावा जिला प्रशासन की तरफ से आपदा नियंत्रण कक्ष का हेल्पलाइन नंबर 02822-243300 भी जारी किया गया है।
पीएम राहत कोष से मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार और गुजरात के सीएम ने भी मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।