पशुधन पर गंभीर बीमारी का संकट बरकरार, पशु चिकित्साधिकारी को शिकायत का इंतजार
भदोही (विष्णु दुबे). एक तरफ मवेशियों की मौत हो रही तो दूसरी तरफ जिले के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी इस बात का इंतजार कर रहे हैं कोई पशुपालक उनके कान में जाकर फूंके कि ‘साहब’ हमारी गाय मर गई है, कुछ कीजिए। किसी भी बीमारी का संकट कभी बताकर नहीं आता, लेकिन मुख्य पशु चिकित्साधिकारी शायद इसी इंतजार में हैं कि पशुपालक स्वयं उनसे जाकर बताए या फिर शायद बीमारी ही आकर उनसे कहे कि मैं आ रही हूं।
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बरसात के अंतिम दिनों में जनपद में लंपी बीमारी का खतरा बढ़ गया था, उस समय जिला प्रशासन ने काफी तेजी दिखाई थी, लेकिन अब सबकुछ पुराने ढर्रे पर चल रहा है। विकास खंड औराई क्षेत्र के ग्रामसभा कैयरमऊ के मजरा राजापुर निवासी रामजीत सिंह उर्फ डब्बू की गाय काफी समय से बीमार थी। निजी डाक्टरों से इलाज करवाया गया, लेकिन गाय को बचाया नहीं जा सका। डब्बू सिंह ने बताया कि गाय को तेज बुखार व उसके शरीर में कई जगह चकत्ते पड़ गए थे। इस बीमारी की सूचना राजकीय पशु चिकित्सालय औराई में दी थी, लेकिन वहां के डाक्टर ने इलाज करना मुनासिबनहीं समझा। मजबूरन निजी डाक्टर की मदद लेनी पड़ी।
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इसी तरह मटकीपुर गांव के पूर्व पंचायती राज उपनिदेशक महेंद्र प्रसाद दुबे की गाय लंपी जैसी बीमारी की चपेट में है। गाय को तेज बुखार व चकत्ता निकल रहा है। महेंद्रप्रसाद दुबे ने बताया कि उन्होंने भी पशु विभाग से मदद मांगी, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ। इस बावत मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. जय सिंह से भी शिकायत की गई थी।
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उक्त प्रकरण में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. जय सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पशुओं की बीमारी के संबंध में हमारे पास कोई लिखित प्रार्थना पत्र देगा, तब हम विचार करेंगे। जबकि उपजिलाधिकारी लालबाबू दुबे ने बताया कि पशुपालन विभाग को निर्देशित किया गया है। यदि क्षेत्र में कहीं भी पशुओं को गंभीर बीमारी की समस्या है तो उसका तत्काल मौके पर पहुंचकर इलाज करवाया जाए।