मुख्य अभियुक्त राशिद नसीम के ऊपर घोषित है पांच लाख का इनाम, हजार करोड़ रुपये से ऊपर का किया गया है घोटाला
लखनऊ/प्रयागराज (आलोक गुप्ता). साइन सिटी इंफ्रा प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड के फरार, 50 हजार के इनामिया चेयरमैन को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच और अलीगंज थाने की संयुक्त टीम ने की है। साइन सिटी का सीएमडी राशिद नसीम अभी भी फरार है। राशिद नसीम के ऊपर प्रदेश सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। जांच टीमें राशिद नसीम की तलाश सरगर्मी से कर रही हैं।
साइन सिटी के द्वरा मकान और भूमि में रुपये निवेश करने के नाम पर कई अरब का घोटाला किया गया है। कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ अलग-अलग मुकदमे दर्ज हैं। इस प्रकरण में कई अन्य आरोपियों की पहले भी गिरफ्तारी की जा चुकी है। पुलिस की गिरफ्त में आया 50 हजार का इनामिया चेयरमैन ज्ञानप्रकाश उपाध्याय मूलरूप से फैजाबाद का निवासी है। मौजूदा समय में वह अलीगंज थाना क्षेत्र में किराए पर रह रहा था।
गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए पुलिस उपायुक्त (नार्थ) अभिजित आर शंकर ने बताया कि ज्ञान प्रकाश उपाध्याय ठगी करने वाली कंपनी में प्रेसिडेंट था। पूछताछ में उसने बताया कि प्रयागराज के रहने वाला राशिद नसीम, आसिद नसीम ने अन्य लोगों के साथ मिलकर साइन सिटी समेत करीब 32-33 कंपनियां बनाई गई थीं।
1025 करोड़ रुपये से अधिक का घोटाला
अलग-अलग कंपनियों के द्वारा लोगों को रुपया निवेश करने पर जमीन व कम समय में रकम डबल करने का झांसा दिया गया। आसान किश्तों में जमीन देने का वादा कर आम आदमी से करोड़ों रुपये जुटाए गए। कंपनी के संचालन के लिए सूबे की राजधानी लखनऊ के साथ कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी में साइन सिटी का आफिस भी खोला गया था।
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि कंपनियों के द्वारा आम जनता की गाड़ी कमाई का 1025 करोड़ रुपये से भी अधिक रकम जुटाने के बाद कंपनी पर ताला लगा दिया और कंपनी फरार हो गई।
प्रदेशभर में कंपनी पर दर्ज हैं 550 मुकदमे
साइन सिटी के खिलाफ उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 550 मुकदमे दर्ज हैं। पांच दर्जन से अधिक आरोपियों को जेल भेजा चुका है। कई लग्जरी गाडियां जब्त की गई हैं। कंपनी का सीएमडी राशिद नसीम फरार है, जिस पर राज्य सरकार ने पांच लाख रुपये का इनाम रखा हुआ है। इन्हीं मुकदमों में ज्ञान प्रकाश भी नामजद है, जिस पर पचास हजार रुपये का इनाम था। अभियुक्त के खिलाफ कार्रवाई कर जेल भेजा जा रहा है।
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