इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने दी अंजाम भुगतने की चेतावनी, व्हाइट हाउस ने ईरान द्वारा किए गए हमले की निगरानी की
The live ink desk. चरमपंथी संगठन हमास (Hamas) और (Hezbollah) के खिलाफ इजरायली हमला अब खतरनाक मोड़ लेता दिख रहा है। हिजबुल्लाह के कई शीर्ष नेताओं के मारे जाने के बाद ईरान मंगलवार की रात पलटवार कर दिया।
यह ईरान के द्वारा इजरायल पर किया गया अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। ईरान ने इजरायल पर रॉकेट और मिसाइलों की बरसात कर हिजबुल्लाह (Hezbollah) चीफ हसन नसरुल्लाह और इस्माइल हानिया की मौत का बदला लिया है। ईरान (Iran) के द्वारा दागी गई कई मिसाइलों को इजरायली डिफेंस सिस्टम ने बीच हवा में ही मार गिराया, जबकि कई मिसाइलें सुरक्षा घेरे को तोड़ आगे निकल गईं और जमीन पर गिरीं। इसमें लोगों के हताहत होने की आशंका है।
यह हमला ऐसे वक्त में किया गया, जब महज 24 घंटा पहले ही अमेरिका ने अमेरिकी रक्षा मंत्री ने ईरान को इस तरह की कार्रवाई के लिए गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी। दूसरी तरफ हमले को लेकर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भी ईरान पर खुलकर मोर्चा खोलने का आदेश दे दिया है।
ईरान के मिसाइल और राकेट अटैक के बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) ने कहा कि ईरान ने मिसाइल दागकर बहुत बड़ी गलती की है। यरूशलम में सुरक्षा कैबिनेट की बैठक के दौरान उन्होंने कहा, ईरान को इसकी कीमत चुकानी होगी।
नेतन्याहू ने कहा कि शाम को इजरायल पर किया गया घातक हमला ‘विफल’ रहा। उन्होंने (Benjamin Netanyahu) अमेरिका को उसके समर्थन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इजरायल की वायु रक्षा प्रणाली, जो दुनिया में सबसे उन्नत है, उसकी बदौलत हमने ईरानी हमले को विफल कर दिया है।
मंगलवार की रात को ईरान द्वारा इजरायल पर किए गए मिसाइल हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्ति की है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका पूरी तरह से इजरायल के साथ खड़ा है।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी सेना ने ईरान द्वारा किए गए इस हमले के दौरान इजरायल की सुरक्षा में उसकी मदद की है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, मिली जानकारी के अनुसार ईरान का यह हमला नाकाम कर दिया गया। इसी क्रम में अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि जिस तरह से ईरानी मिसाइल को गिराने में अमेरिका ने इजरायल की मदद की, वह एकदम सही फैसला है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने व्हाइट हाउस के सिचुएशन रूम से इस हमले को रियल टाइम में देखा। कमला हैरिस ने ईरान को मिडिल ईस्ट में अस्थिरता फैलाने वाली ताकत कहा। उन्होंने कहा वह राष्ट्रपति जो बाइडेन के फैसले का पूरी तरह से समर्थन करती हैं, जिसमें राष्ट्रपति ने भूमध्य सागर में तैनात अमेरिकी नेवी के जहाज को आदेश दिया था कि वह ईरान की मिसाइल को मार गिराएं।
कमला हैरिस ने कहा कि हमलों का कितना प्रभाव पड़ा है। इसका आकलन जारी है और ऐसा लगता है कि अमेरिका की मदद से इजरायल को ईरानी हमला नाकाम करने में मदद मिली है। फिलहाल अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पूरी तरह इजरायल के समर्थन में खड़े दिखाई पड़ रहे हैं