The live ink desk. मिडिल ईस्ट में इजरायली डिफेंस फोर्सज (IDF) और लेबनान के चरमपंथी संगठन हिजबुल्लाह (Hezbollah) के बीच जारी जंग के दरमियान लेबनान छोड़कर सीरिया जाने वाले लोगों की संख्या दो लाख पार कर गई है।
संयुक्त राष्ट्र (United Nation) के मुताबिक इजरायली डिफेंस फोर्सज (IDF) के लगातार जारी हवाई हमले के कारण दो लाख से ज्यादा लोगों ने लेबनान (Lebanon) छोड़ सीरिया में शरण ले ली है।
शरणार्थियों के लिए यूनाइटेड नेशन में उच्चायुक्त फिलिपो ग्रैंडी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सीरिया (Syria) जाने वाले लोगों में लेबनान (Lebanon) और सीरिया दोनों देश के लोग शामिल हैं।
शुक्रवार को इजरायली डिफेंस फोर्सज (आईडीएफ) के हवाई हमले में दोनों देश के बीच मौजूद प्रमुख सीमा क्रॉसिंग को निशाना बनाया था, जिससे वाहनों का आवागमन बंद हो गया था। इस बारे में इजरायली डिफेंस फोर्सज आईडीएफ ने कहा है कि उसने मसना क्रॉसिंग के पास हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हमला किया था।
दूसरी तरफ लेबनानी सरकार के मुताबिक उनके देश से सीरिया (Syria) जाने वाले लोगों की संख्या तीन लाख से अधिक है। इसमें लेबनान और सीरिया, दोनों देशों के नागरिक शामिल हैं।
इजरायली डिफेंस फोर्सज (IDF) ने कहा है कि उसने दक्षिणी लेबनान में 10 से 12 चरमपंथियों को मार गिराया है। इसमें लेबनान में हमास के कार्यकारी अधिकारी के रूप में सक्रिय मुहम्मद हुसैन अली अल-महमूद और सईद अला नाइफ अली की भी मौत हुई है। मरने वालों मे ज्यादातर आतंकी कमांडर श्रेणी के आतंकी बताए जा रहे हैं। इसके अलावा हिजबुल्लाह (Hezbollah) की तरफ से इजरायल पर भी हमले की खबर है। हालांकि, उसकी पुष्टि नहीं की गई है।