The live ink desk. बिहार (Bihar) के रोहतास जिले में रविवार को सात बच्चों की सोन नदी (Son River) में डूबने से मौत हो गई। यह हादसा रोहतास थाना क्षेत्र के तुंबा गांव का है। मृतकों में पांच बच्चे एक ही परिवार के बताए जा रहे हैं।
हादसे की सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस व प्रशासनिक टीम की मदद से डूबे बच्चों की तलाश शुरू करवाई। सांझ ढलने तक पांच बच्चों को बाहर निकाला गया, दो की तलाश जारी है। मृतकों में तीन बालिकाएं भी शामिल है। हादसे की खबर जैसे ही बच्चों के घर पहुंची, पूरे गांव में मातम पसर गया।
जानकारी के मुताबिक रविवार की सुबह तुंबा के रहने वाले कृष्णा गोड के घर के बच्चे व कुछ रिश्तेदार के बच्चे स्थानीय सोन नदी में नहाने गए थे। बताया जाता है कि स्नान के दौरानअचानक सभी गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। जब तक घाट पर मौजूद लोग कुछ प्रयास कर पाते, सभी बच्चे सोन नदी की गहराई में समा गए।
घाट पर एक साथ सात बच्चों के डूबने की खबर मिलते ही कोहराम मच गया। स्थानीय मल्लाहों व गोताखोरों के साथ तत्काल बच्चों की तलाश शुरू की गई और अथक प्रयास के बाद पांच बच्चों को बाहर निकाला जा सका, जिसमें सभी की मौत हो चुकी थी। दो बच्चों की तलाश अभी भी जारी है।
हादसे की जानकारी होते ही मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जमा हो गई। एक साथ पांच बच्चों का शव देख लोगों का कलेजा फट गया। स्थानीय लोगों का कहना हैकि शुरुआत में एक बच्चा डूबा था, जिसे बचाने की कोशिश में एक-एक कर सभी डूबने लगे। रोहतास के थानाध्यक्ष निकुंज भूषण ने बताया कि हादसे की जानकारी होते ही गोताखोरों की टीम के साथ तलाश शुरू की गई। पांच बच्चों के शव को रिकवर किया गया। दो की तलाश में गोताखोर व एसडीआरएफ की टीम सांझ ढलने तक डटी रही।
बच्चों के शवों को चीरघर भेज दिया गया है। मृतकों में तुंबा निवासी अभय कुमार (10), विवेक कुमार (12), राजू कुमार (12) और रिश्तेदार रांची, झारखंड निवासी पवन कुमार (07), नाव्या कुमारी (13), निधि कुमारी (12) और गुनगुन कुमारी (आठ वर्ष) शामिल हैं।
पूर्व विधायक ललन पासवान ने जिला प्रशासन से परिजनों को मुवावजा देने की मांग उठाई है। गौरतलब है कि बिहार के औरंगाबाद में भी इसी तरह का हादसा मदनपुर थाना इलाके के कुशहा गांव में हुआ था, जहां आहर और बारुण इलाके के इटहट गांव में आठ बच्चों की डूबकर मौत हो गई थी।