BJP प्रत्याशी देवेंद्र छत्रभुज ने कांग्रेस के बृजेंद्र सिंह को 32 वोटों से हराया
कई सीटों पर रही कांटे की टक्कर, दर्जनभर से अधिक सीटों पर काफी कम मतों के अंतर से हुआ हार-जीत का फैसला
The live ink desk. हरियाणा के विधानसभा चुनाव में भाजपा हरियाणा के अस्तित्व में आने के बाद से ऐसी पहली पार्टी बन गई है, जो लगातार तीसरी बार सत्ता में आई है। यह राज्य के इतिहास में पहली बार हुआ है। 2014 से हरियाणा में भाजपा सत्तासीन है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में तकरीबन 15 से 20 सीटों पर बहुत ही कांटे का मुकाबला हुआ है। इन सीटों पर हार जीत का अंतर बहुत ही कम है। जेजेपी के नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री रहे दुष्यंत चौटाला उचाना कला से पांचवें स्थान पर रहे, लेकिन सीट पर जबरदस्त कांटे की टक्कर देखने को मिली।
इस सीट पर भाजपा के उम्मीदवार देवेंद्र छत्रभुज अत्रि ने कांग्रेस उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह को महज 32 वोटों से हराया है। भाजपा के देवेंद्र छत्रभुज अत्रि को 48968 वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह को 48936 वोट मिले। इस तरह 32 वोट से भाजपा उम्मीदवार ने जीत दर्ज की।
इसके अलावा और कुछ सीटों पर बहुत ही नजदीकी मुकाबला हुआ। इन्हीं में से एक भिवानी जिले की लोहारू सीट पर कांग्रेस के राजवीर फारतिया ने भाजपा के जयप्रकाश दलाल को महज 792 वोटों से हराया। इसी क्रम में डाबवाली में इंडियन नेशनल लोकदल के प्रत्याशी और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी देवीलाल के पोते आदित्य देवीलाल ने कांग्रेस के अमित सिहाग को महज 610 वोटों से मात दी।
फिलहाल, हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में कई सीटों पर जीत-हार का फासला महज दो हजार, 5000 और एक हजार रहा। हालांकि, लोकसभा चुनाव में भी भाजपा के कई उम्मीदवार इसी तरह कई सीटों पर बहुत कम अंतर से चुनाव हारे थे। कुल मिलाकर चाहे जितने वोटों से हार-जीत तय हो, अंत में ‘जो जीता वही सिकंदर’ वाली कहावत विधानसभा चुनाव में चरितार्थ हो रही है।
लगातार पांचवें राज्य में भाजपा की हैट्रिक
भारतीय जनता पार्टी का हैट्रिक लगाने काविजय रथ लगातार जारी है। जून माह में हुए लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने हैट्रिक लगाया। इसके अलावा विधानसभा चुनावों की बात करें तो गुजरात, मध्यप्रदेश, गोआ और अरुणाचल के बाद अब हरियाणा पांचवां राज्य बन गया है, जहां भाजपा ने जीत की हैट्रिक लगाई है।
हरियाणा की 90 सीटों में 48 पर बीजेपी (BJP) की जीत हुई, जबकि 37 सीटों पर कांग्रेस (INC) का परचम फहराया। इसी तरह आईएनएलडी (INLD) को दो और तीन सीटें निर्दलियों के खाते में गईं।
माता वैष्णो देवी सीट पर भी लहराया भगवा
विधानसभा हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में हुए चुनावों के आंकड़े चुनाव आयोग ने मंगलवार की शाम जारी कर दिए। जम्मू-कश्मीर 90 सीटों में नेशनल कांफ्रेंस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उसे 42 सीटें मिलीं तो एनसी से गठबंधन करने वाली कांग्रेस (INC) महज छह सीटों पर सिमट गई। दूसरे नंबर की पार्टी भाजपा बनी। भाजपा का न सिर्फ वोट शेयर बढ़ा, बल्कि भाजपा ने 29 सीटें भी जीती। इसके अलावा पीडीपी (PDP) को तीन और अन्य को दस सीटें मिली हैं।
जम्मू की माता वैष्णो देवी सीट पर भाजपा (BJP) की जीत हुई है। इस सीट से कांग्रेस अपने प्रत्याशी की जमानत तक नहीं बचा पाई। जम्मू संभाग में विधानसभा की कुल 43 सीटें हैं। इनमें से 30 सीटें ऐसी हैं जहां हिन्दू आबादी बहुसंख्यक है। इन 30 में से 29 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है। माता वैष्णो देवी भाजपा की बेहद अहम सीट बन गई थी।