2023 रहा बेमिसालः नवाचार और विकास के नये क्षितिज पर कालीन नगरी
भदोही को जल्द मिलेगा वेटनरी मेडिकल कालेज तोहफा, जनसंवाद अभियान से तेजी से हुआ समस्याओं का निस्तारण
भदोही. खट्टी-मीठी यादों संग 2023 विदा हो रहा है। 2024 का सूर्य दस्तक देने को बेताब है। बीते साल ने काफी कुछ सिखाया तो मुस्कुराने के भी पल आए। वर्ष 2023 में भदोही में प्रत्येक क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य हुआ। 2023 की अंतिम बेला में हम कुछ ऐसे ही कार्यों की चर्चा कर रहे हैं, जो भदोही जनपद के लिए मील का पत्थर साबित होने जा रहे हैं।
जनसंवाद अभियानः योजनाओं की जानकारी का अभाव, अपात्रता, न्यायालय में लंबित प्रकरणों के निराकरण के लिए बार-बार शिकायत को ध्यान में रखे हुए जनसंवाद अभियान चलाया गया। प्रत्येक गुरुवार को सभी कार्यालयों में जनसंवाद दिवस आयोजित कर ऐसी समस्याओं का निस्तारण किया जाता है। शिकायतों के निष्पादन के लिए जनसंवाद ऐप भी बनाया गया।
गहरी नींद में सोया था परिवार, रंजिशन पेट्रोल डाल दुकान में लगाई आग |
कोनियावासियों ने रैली निकाल किया ऐलान, ‘पक्का पुल नहीं तो वोट भी नहीं’ |
जनवरी, 2023 से जून तक आईजीआरएस में भदोही की रैकिंग लगभग 50 के आस-पास आती थी तो वहीं जिलाधिकारी गौरांग राठी के प्रयासों के फलस्वरूप आईजीआरएस रैकिंग में जनपद भदोही जुलाई माह में प्रथम स्थान व अगस्त व सितम्बर में तीसरे, अक्टूबर में दूसरे व नवंबर में आठवें स्थान पर जबकि तहसीलवार औराई तहसील प्रदेश में पहले स्थान पर रही। साल 2023 में 7265 शिकायतों में 6395 मामलों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया गया। इसके अलावा न्यायालय आपके द्वार के जरिए भी जनसमस्याओं का निपटारा किया जा रहा है। प्रदेश में पहली बार भदोही में ऑनलाइन प्रणाली से भी केस की सुनवाई की जा रही है।
ग्राम ज्ञानालयः प्रत्येक ग्राम पंचायत में ज्ञानालय/लाइब्रेरी की स्थापना की जा रही है। जो 10 लोगों की समिति के सहयोग से संचालित हो रही है। लाइब्रेरी में किताबों के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवश्यक समाग्री उपलब्ध कराकर जिलास्तरीय अधिकारीगणों द्वारा छात्रों का मार्गदर्शन/करियर काउंसिलिंग की जा रही है। दिसंबर तक 275 ग्राम ज्ञानालय में सक्रिय हो गए हैं, जबकि समस्त 546 ग्राम पंचायतों में ग्राम ज्ञानालय के संचालन के लिए कार्य प्रगति पर है।
चंद्रा हेल्थकेयर में अगले पांच दिन तक उठाएं निशुल्क परामर्श का लाभ |
पुण्यतिथि पर याद किए गए लोकबंधु राजनारायण और बाबू जवाहर सिंह |
ग्रामीणांचल में साफ-सफाईः ग्रामीण क्षेत्रों में कदाचित कारणों से सफाई कर्मी की नियुक्ति न हो पाने पर साफ-सफाई व स्वच्छता को सुनिश्चित किए जाने के कम में स्वावलंबी मॉडल के रूप में ग्रामीण बाजार साफ-सफाई अभियान चलाया गया है। जिसमें यूजर चार्ज इकट्ठा कर साफ-सफाई पर बल दिया जा रहा है। प्रथम चरण में छह व द्वितीय चरण में 38 ग्रामीण बाजारों में यह अभियान संचालित है। मार्च 2024 तक जनपद के सभी ग्रामीण बाजारों को इस अभियान में सम्मलित किया जाएगा। जनपद के सभी विकास खंडो में से चयनित 102 मॉडल विलेज (47 गंगा ग्राम सहित) में भी यह अभियान क्रियाशील है।
खेल मैदानः युवाओं के शारीरिक विकास, सामाजिक सौहार्द, प्रतिस्पर्धा, पयर्टन एवं सभी ग्रामीणों को टहलने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायतों में खेल मैदान का निर्माण किया जा रहा है। ‘‘खेलो इंडिया, बढ़ो इंडिया’’ के तहत ग्रामीण अंचल में खेल मैदान के मॉडल में वॉलीबाल कोर्ट, कबड्डी कोर्ट, कुश्ती कोर्ट, एक हाल, शौचालय, ट्रैक, ओपन जिम आदि प्रस्तावित है। लक्ष्य 82 के सापेक्ष 32 खेल मैदान क्रियाशील है। अवशेष खेल मैदानों को आगामी मार्च, 2024 तक संचालित करने का लक्ष्य रखा गया है।
खेत तालाबः भदोही के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में स्थानीय स्तर पर आजीविका के लिए मत्स्य पालन के लिए खेल-तालाब का निर्माण कराया जा रहा है। खेत में तालाब खुदाई कार्य मनरेगा के तहत कराया जा रहा है। खेत तालाब से लाभार्थियों को अनुमानित शुद्ध मुनाफा 50 हजार प्रति बिस्वा प्रतिवर्ष होगा। खेत तालाब के लिए कुल चयनित 114 स्थलों में 80 पूर्ण और 34 अवशेष प्रगति पर है।
पोषण पोटलीः ‘‘सही पोषण देश रोशन’’ के उद्देश्य के साथ अतिकुपोषित/सैम बच्चों को अतिरिक्त पोषण उपलब्ध कराने के लिए पोषण पोटली की नवीन पहल की गई है। उज्ज्वल आजीविका प्रेरणा महिला स्वयं सहायता समूह कटेवना औराई द्वारा पोषक तत्वों से भरपूर प्रेरणा प्रोटीनेक्स पाउडर का निर्माण कर 1617 सैम बच्चों को पोषण पोटली के रूप में दिया जा रहा है। जो बच्चों के लिए अत्यंत लाभप्रद है। पोषण पोटली के एक किलो के पैक में शामिल घटक-सोयाबीन 23 प्रतिशत, भुना चना 21 प्रतिशत, मूंगफली 21, गुड़ 20 प्रतिशत और तेल 15 प्रतिशत है। सैम बच्चों को अतिरिक्त पोषण पोटली का वितरण किया जा रहा है, जिससे बच्चों को कुपोषण से मुक्ति मिलेगी।
कंगारू मदर केयर वार्डः पूर्वांचल क्षेत्र का प्रथम मदर न्यू बॉर्न केयर यूनिट/कंगारू मदर केयर वार्ड का लोकार्पण उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने आठ फरवरी को सीएचसी सुरियावां में किया। कंगारू मदर केयर कार्यकम में मॉ अपने शिशु को अपने सीने से लगाकर रखती है। इस तरह के स्पर्श से न केवल मा और बच्चे का स्नेह बढ़ता है बल्कि शिशु की सेहत को भी फायदा होता है। कंगारू केयर में मां और बच्चों के बीच स्किन-टू-स्किन कांटेक्ट होता है। जिला चिकित्सालय सहित सभी सीएचसी में एमएनसीयू वार्ड तीव्र गति से निर्माणाधीन है।
नवजात शिशु देखभाल इकाई (एमएनसीयू) में कम वजन के नवजात शिशुओं को मां की केएमसी के साथ-साथ उपचार कराया जाएगा, शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी। एमएनसीयू में नवजात शिशु के अनुसार तापमान रखा जाएगा। वर्तमान में जिला अस्पताल समेत 08 स्वास्थ्य केंद्रों पर लगभग 50 एमएनसीयू बेड की सुविधा उपलब्ध है। अब तक लगभग 125 एमएनसीयू मरीजों का सफलता पूर्वक इलाज किया गया है। एमएनसीयू वार्ड/मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट का निर्माण कम्युनिटी एम्पावरमेंट लैब, सीईएल के वैज्ञानिक एवं तकनीकी सहयोग से किया गया है।
ताना-बानाः यह जिला कारागार में निरुद्ध बंदियों के द्वारा निर्मित कालीन विक्रय केंद्र है। जिला प्रशासन की विशेष पहल से बंदियों द्वारा निर्मित राम दरबार चित्र अंकित उष्कृष्ट कालीन को श्रीराम जन्मभूमि मंदिर अयोध्या को भेंट की जा रही है। विदित हो कि नये संसद भवन में बिछाई गई भदोही की उत्कृष्ट कालीनों की सराहना प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा समय-समय पर विभिन्न मंचों पर की गई।
कालीन नगरी के रूप में विश्व विख्यात जनपद भदोही का हस्तनिर्मित कालीन निर्माण में नये कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, जो नवनिर्मित संसद भवन को भी सुशोभित कर रहा है। कैदियों के स्वालंबन की दिशा में ताना-बाना कालीन विक्रय केंद्र एक नजीर के रूप में प्रकाशित हो रहा है, जिसकी आभा से आने वाले दिनों में बंदियों को पुनः समाज की मुख्य धारा से जुड़ने की सुअवसर प्राप्त हुआ है।
इसके अलावा भदोही में वेटनरी कालेज की स्थापना का सपना साकार हो रहा है। जिलाधिकारी गौरांग राठी की पहल पर शासन स्तर से जनपद में काशी नरेश महाविद्यालय ज्ञानपुर की ग्रामसभा जोरई व वेदपुर में उपलब्ध भूमि पर वेटनरी कालेज स्थापना की स्वीकृति की गई है। जनपद के शिक्षा क्षेत्र में यह एक मील का पत्थर साबित होगा