बस और ट्रक चालकों की हड़ताल से बीच राह फंसे मुसाफिर, ठंड में हुई फजीहत
बारा विधायक डा. वाचस्पति ने मौके पर पहुंच बस चालकों से की बातचीत
विधायक की पहल पर एआरएम ने कुछ रूट पर बसों का संचालन करवाया
प्रयागराज. सड़क दुर्घटना के नये कानून को लेकर चालकों के विरोध-प्रदर्शन का खामियाजा मुसाफिरों को भी भुगतना पड़ा। हिट एंड रन को लेकर बनाए गए नये कानून के खिलाफ यमुनापार के शंकरगढ़ में ट्रक व बस चालकों ने जाम लगाकर हड़ताल शुरू कर दी है। रोडवेज की अनुबंधित और निजी बसों के चालक हड़ताल पर चले गए हैं। ट्रक चालक भी इस हड़ताल में शामिल हैं।
नये साल की सुबह से ही रोडवेज की बसों का संचालन नहीं होने से यात्रियों की भीड़ गंतव्य तक पहुंचने के लिए इधऱ-उधऱ भटक रही है। इस वजह से सोमवार की तरह मंगलवार को भी यमुनापार के विभिन्न रूटों पर बसों को संचालन नहीं हो सका। बसों का संचालन नहीं होने से यात्रियों को आवागमन के लिए काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
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शंकरगढ़ में ट्रक व बस चालकों के हड़ताल पर जाने की सूचना पर शंकरगढ़ पहुंचे बारा विधायक डॉक्टर वाचस्पति ने दोपहर बाद कुछ रूटों पर एआरएम से वार्ता कर अनुबंधित बसों का संचालन करवाया। नये कानून के विरोध में सोमवार को रोडवेज की अनुबंधित और निजी बसों के चालकों के साथ ट्रक चालकों ने भी हड़ताल कर दी। चालकों ने विरोध प्रदर्शन कर नए कानून का विरोध किया।
इसी नये कानून का हो रहा विरोध
हिट एंड रन को लेकर बनाए गए नये कानून में सड़क हादसा होने पर आरोपी वाहन चालक को 10 साल की सजा और 5 लाख रुपये जुर्माने का प्रावधान किया गया है। चालक इसी कानून का लगातार विरोध कर रहे हैं। चालकों का कहना है कि रोजाना करीब 300 से 400 रुपये तक कमाते हैं, यदि हादसे में इस तरह से जुर्माना और सजा होगी तो परिवार भुखमरी के कगार पर आ जाएगा। सरकार इस काले कानून को वापस ले, नहीं तो हड़ताल जारी रहेगी।