प्रयागराज (आलोक गुप्ता). इन दिनों प्रयागराज में साइबर फ्राड की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। जालसाजी की इन घटनाओं को रोकने के लिए साइबर सेल भी काफी एक्टिव है और लोगों को जागरुक कर रही है। इसी जागरुकता के कारण एक युवक डिजिटल अरेस्ट (digital arrest) होने से बाल-बाल बच गया।
दरअसल, कर्नलगंज थाना क्षेत्र के कटरा निवासी अबसार हुसैन ने साइबर सेल (Cyber cell) को सूचना दी कि उनके पास एक व्यक्ति द्वारा व्हाटसएप पर पुलिस अधिकारी की फोटो लगाकर +92 सीरीज (पाकिस्तान) के अलग-अलग नंबरों से कॉल की जा रही है। फोन करने वाला अबसार के अलावा उनके घर के सदस्यों का भी नाम जानता है।
सूचना मिलते ही साइबर सेल के प्रभारी विनोद कुमार यादव अपनी टीम के साथी जय प्रकाश सिंह, अनमोल कुमार सिंह और पुनीत सिंह के साथ मामले की जांच में लग गए। प्रभारी ने बताया कि कुछ लोग अलग-अलग स्थानों पर बैठकर लोगों को डराकर ठगने का काम करते हैं। अबसार के द्वारा सही समय पर दी गई सूचना से उसे डिजिटल अरेस्ट होने से बचा लिया गया।
Cyber cell के प्रभारी विनोद कुमार यादव ने बताया कि स्कैमर्स आमतौर पर एक ऐसी स्क्रिप्ट/कहानी बनाते हैं, जिससे व्यक्ति के मन में भय और घबराहट की भावना पैदा की जा सके। अपराधी अक्सर व्हाट्सएप पर +92 से शुरू होने वाले या अन्य अज्ञात नंबरो से संपर्क करते हैं और खुद को पुलिस अधिकारी बताते हैं। यदि फोन रिसीव करने वाला उनके बनाए जाल में फंस जाता है तो कानूनी परेशानी से बचाने के नाम पर एक बड़ी रकम बैंक खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा जाता है। मना करने पर कानूनी कार्यवाही, गिरफ्तारी या अन्य गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी जाती है।
साइबर सेल प्रभारी का कहना है कि ऐसे मामलों से बचने के लिए सबसे पहले फोन करने वाले तथाकथित अधकारी से ही उसका नाम, पद व तैनाती का विवरण मांगें। कॉल समाप्त करें और तत्काल अपने स्थानीय थाना की पुलिस संपर्क करें और कॉलर के दावे की सत्यता की जांच करें। बिना सत्यापन के न तो कोई जानकारी साझा करें और न ही रुपये ट्रांसफर्र करें। यदि किसी के साथ साइबर फ्रॉड हो जाए तो तत्काल साइबर हेल्पलाइन 1930 एवं साइबर क्राइम की आधिकारिक वेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर शिकायत पंजीकृत कराएं।
इंस्टा आईडी हैककर की गई जालसाजी की कोशिश
इसी तरह डा. हरिओम कुशवाहा ने अपनी इंस्टाग्राम आईडी हैक (Instagram ID hacked) होने की सूचन साइबर सेल को दी। बताया कि उन्हे व उनके मित्रों को स्पैम लिंक भेजा जा रहा है, साथ ही आईडी के स्टेटस पर पैसे इनवेस्टमेंट के स्टेटस लगाए जा रहे हैं। सूचना पर साइबर सेल (Cyber cell) टीम प्रयागराज ने इंस्टाग्राम आईडी को रिकवर कराया गया और मित्रों को भी जालसाजी का शिकार होने से बचाया।