लखनऊ. सूबे के हाथरस जनपद में मंगलवार को दूसरे पहर प्रवचन के दौरान भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कई श्रद्धालु नीचे दब गए। पैरों से कुचले जाने के कारण दर्जनों लोगों के मौत की खबर है। यह दर्दनाक हादसा हाथरस जनपद के सिकरामऊ थाना क्षेत्र के फुलराई गांव में हुआ। समाचार लिखे जाने तक 50 से अधिक के मौत की सूचना थी।
फुलराई गांव में भोलेबाबा साकार हरि के सत्संग-प्रवचन का आयोजन किया गया था। इसमें शामिल होने के लिए हाथरस के अलावा समीपवर्ती जनपदों से भी भारी संख्या में अनुयायी और श्रद्धालु आए थे। मंगलवारको दोपहर जब यह प्रवचन चल रहा था, उस दौरान पंडाल में एक लाख सेज्यादा की भीड़ मौजूद थी। इसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
दोपहर के वक्त जिस वक्त इस सत्संग का आयोजन किया जा रहा था, भीषण गर्मी थी। सत्संग समाप्त होने के बाद जब लोग जाने को हुए तो उसी दौरान कुछ लोग भीषण गर्मी के कारण गश खाकर गिर पड़े। इसके बाद सत्संग में अफरातफरी का माहौल बन गया और लोग बिना कारण जाने और समझे भागने लगे। भागने के दौरान दर्जनों महिलाएं और बच्चे भीड़ के पैरों की चपेट में आ गए।
योगी सरकार के मंत्री और डीजीपी रवाना
भगदड़ के उपरांत जब माहौल थोड़ा सामान्य हुआ तो मौके का नजारा देख लोगों के हाथ-पांव फूल गए। सूचना मिलते हीतत्काल जिलाधिकारी आशीष कुमार, एसपी निपुण अग्रवाल मौके पर पहुंच गए और राहत-बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को भीड़ से निकालकर अस्पताल ले जाया गया। आईजी शलभ माथुर भी मौके पर पहुंच गए। दूसरी तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मंत्री लक्ष्मीनारायण, संदीप सिंह, चीफ सेक्रेटरी और डीजीपी को मौके के लिए रवाना हो चुके हैं।
हालांकि, समाचार लिखे जाने तक प्रशासन की तरफ से कोई आफिशियल डाटा नहीं जारी किया गया था, फिर भी 50 से अधिक लोगों की मौत हुई है। अस्पताल के सामने महिलाओं के शव पड़े हुए हैं। अधिकतर घायलों को हाथरस के साथ-साथ अलीगढ़ भेजा गया है।
एडीजी और कमिश्नर को जांच के निर्देश
दूसरी तरफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा- “जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है। प्रभु श्रीराम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान और घायलों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ प्रदान करें”।
इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर चलाने, घायलों के समुचित उपचार का निर्देश दिया है। इसके साथ ही ADG आगरा और कमिश्नर अलीगढ़ के नेतृत्व में टीम गठित कर दुर्घटना के कारणों की जांच के निर्देश भी दिए हैं।