इंडी गठबंधन ने विभिन्न समस्याओं का ज्ञापन एसडीएम को सौंपा, पर्याप्त कूलर-पंखा का इंतजाम न होने से बाहर टहलते रहे ग्रामीण
प्रयागराज (राहुल सिंह). ऊपर लगी तस्वीर देखिए, जिसमें एक तरफ कुर्सियों पर बैठे कुछ अधिकारी और दूसरी तरफ जुटी दर्जनों लोगों की पसीने से तरबतर भीड़। जिनके हाथ में कागज के कुछ पन्ने, जिसे बचाने के लिए ज्यादातर लोगों ने हाथ ऊपर कर रखा है। यह नजारा ठीक वैसे ही है, जैसे बाजार में किसी दुकान के सामने ‘एक की खरीद पर एक मुफ्त’ पाने केलिए भीड़ उमड़ती है। कहने के लिए यह तहसील प्रशासन का आयोजन है और इसके सकुशल आयोजन के लिए प्रशासन को इंतजाम भी ठीकठाक करना चाहिए, ताकि यहां आने वाले लोगों को यह आभास हो कि वह अपनी समस्या के समाधान केलिए सही जगह पर आए हैं।
यह स्थान है कोरांव तहसील मुख्यालय। आज यहां पर संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया था। इस सोमवार को जिलाधिकारी के आने की सूचना थी। पर, जिलाधिकारी के छुट्टी पर होने के कारण तहसील दिवस की अध्यक्षता जिलाधिकारी के प्रतिनिधि ने की। उनके साथ एसडीएम कोरांव आकांक्षा सिंह ने भी फरियाद सुनी। समाधान दिवस में कुल 271 शिकायतें आईं, जिसमें सबसे ज्यादा 136 राजस्व विभाग की रहीं।
जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल के आने की जानकारी पहले से होने के कारण आज के तहसील दिवस में अन्य की अपेक्षा भारी संख्या में ग्रामीण अपनी समस्याओं के साथ आए थे, लेकिन यहां पहुंचने पर जब उन्हे डीएम के नहीं आने की जानकारी हुई तो अधिकतर फरियादी अपनी समस्याओं के साथ ही वापस लौट गए तो कुछ ने अपनी शिकायत एसडीएम कोरांव के समक्ष दर्ज कराई।
संपूर्ण समाधान दिवस के ही कार्यक्रम में इंडी गठबंधन के कार्यकर्ताओं द्वारा विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया। लल्लन सिंह पटेल, प्रमोद मिश्र पयासी की अगुवाई में इंडी गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने एसडीएम कोर्ट के बाहर जमीन पर बैठकर बिजली, पानी, ब्लाक मेंव्याप्त भ्रष्टाचार, अस्पताल में बाहर की दवालिखने जैसी विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की।
कार्यकर्ताओं ने समाधान दिवस में फरियादियों के बैठने के लिए दरी तक का इंतजाम नहीं किए जाने पर खासी नाराजगी जताई। अंत में समस्याओं से संबंधित एक ज्ञापन एसडीएम कोरांव आकांक्षा सिंह को सौंपा।
बरसात नहीं होने के कारण मौसम काफी गर्म होगया है। तहसील के सभागार में पर्याप्त हवा की व्यवस्था नहीं किए जाने से लोग पसीने से तरबतर नजर आए। फरियादियों का कहना है कि उन्हे अपनी एक ही शिकायत के लिए बार-बार तहसील का चक्कर लगाना पड़ता है। स्थानीय अधिकारी और कर्मचारी समस्याओं के समाधान में कोई रुचि नहीं ले रहे हैं और छवि सरकार की खराब हो रही है।
समाधान दिवस में आईं 271 शिकायतें
संपूर्ण समाधान दिवस में कुल 271 शिकायतें आईं, जिसमें 136 शिकायतें राजस्व विभाग की रहीं। इसके अलावा दूसरे नंबर पर 60 शिकायतों के साथ कोरांव पुलिस रही। कोरांव पुलिस के खिलाफ भी खूब शिकायतें आईं। इसके अलावा विकास विभाग की 36 व 39 मामले अन्य विभागों के रहे। जिसमें बिजली की आठ, आपूर्ति की तीन, नहर की चार, लोनिवि की चार और जल निगम की तीन शिकायत शामिल रही। इस मौके पर जिलास्तर से डीएम के प्रतिनिधि के रूप में अधिकारी के साथ एसडीएम आकांक्षा सिंह, तहसीलदार राजेश कुमार पाल, एसीपी मेजा रवि कुमार गुप्ता, नायब तहसीलदार डैया राममूरत समेत अन्य सभी विभागों कर्मचारी मौजूद रहे।
पीने का पानी भी नसीब नहीं हुआ
उमसभरी गर्मी का सामना करते हुए तहसील आए फरियादियों को तहसील मुख्यालय पर पीने का ठंडा पानी भी नसीब नहीं हुआ, जबकि मुख्यालय पर ठंडे पेयजल के लिए वाटर कूलर लगाया गया है, लेकिन वह अरसे से बंद पड़ा है। इसके अलावा तहसील मुख्यालय पर अन्य मूलभूत सुविधाओं पर प्रशासनिक लापरवाही की चादर पड़ी हुई है। मजबूरी में लोगों को दुकान से पानी खरीदकर पीना पड़ा। इसके अलावा सभागार में पत्रकारों केबैठने के लिए स्थान तो निर्धारित किया गया है,लेकिन बैठने के लिए कोई व्यवस्था नहीं की जाती। जो कुर्सियां लगी होती हैं, उन पर अधिकारी और कर्मचारी पहले से कब्जा जमाए रहते हैं।
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