G20 Summit: कोविड-19 के बाद एक नई व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी हमारे ऊपरः नरेंद्र मोदी
यूक्रेन-रूस युद्ध पर प्राइम मिनिस्टर ने कहा- हमें कूटनीति के रास्ते पर लौटने की जरूरत
नई दिल्ली (the live ink desk). इंडोनेशिया (Indonesia) के बाली (Bali) में मंगलवार से शुरू हुए 17वें G20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत हो गई है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा सत्र में भाग ले रहे हैं। सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, कोविड-19 बाद एक नई विश्व व्यवस्था बनाने की जिम्मेदारी हमारे ऊपर है। यह समय की जरूरत है कि हम एक साथ मिलकर शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए ठोस संकल्प दिखाएं। मुझे यकीन है कि महात्मा बुद्ध और गांधी की धरती पर G20 के नेता मिलेंगे तो हम दुनिया में शांति का एक मजबूत पैगाम देंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस और यूक्रेन युद्ध पर बोलते हुए कहा, मैं दोहराता रहा हूं कि हमें यूक्रेन में युद्ध विराम के लिए कूटनीति का तरीका तलाशना होगा। कहा, दूसरे विश्व युद्ध ने पूरी दुनिया में तबाही ला दी थी। उस समय नेताओं ने जिस तरह शांति स्थापित करने की गंभीर कोशिशें की थीं, आज हमें वह सब करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने खाद्य आपूर्ति के मामले पर भारत का पक्ष रखते हुए कहा, भारत में अस्थाई खाद्य सुरक्षा के लिए हम प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। बाजरा जैसे मोटे पौष्टिक और पारंपरिक अनाजों को फिर से लोकप्रिय बना रहे हैं।
Read Also: भूपेंद्र पटेल ही बनाए जाएंगे गुजरात के मुख्यमंत्रीः अमित शाह
Read Also: एयर इंडिया पर 14 लाख अमेरिकी डालर का जुर्माना
Read Also: पत्थर की खदान से आठ शव बरामद, Mizoram में हुआ हादसा
पीएम ने कहा कि मोटे अनाज वैश्विक कुपोषण, भूख के बिगड़े हालात को भी दूर कर सकता है। हम सभी को अगले साल अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष बड़े जोश और उत्साह के साथ मनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज खाद की कमी कल का खाद्य संकट है, जिसका समाधान विश्व के पास नहीं होगा। हमें खाद और अनाज दोनों की आपूर्ति श्रृंखला को स्थिर और सुनिश्चित रखने के लिए आपसी समझौता करना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, साल 2030 तक हमारी आधी बिजली अक्षय ऊर्जा स्रोतों से पैदा होगी। समावेशी एनर्जी के लिए विकासशील देशों को समयबद्ध, किफायती और टेक्नोलॉजी की आपूर्ति की आवश्यकता है। वैश्विक विकास के लिए भारत की ऊर्जा सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था है। हमें ऊर्जा की आपूर्ति पर किसी भी प्रतिबंध को बढ़ावा नहीं देना चाहिए और ऊर्जा बाजार में स्थिरता सुनिश्चित की जानी चाहिए। भारत स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण के लिए प्रतिबद्ध है।
जो बाइडेन, ऋषि सुनक और इमैनुएल मैक्रो से की मुलाकात: G20 Summit में भाग लेने के लिए इंडोनेशियाई देश बाली पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वें शिखर सम्मेलन के पहले दिन ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक से मुलाकात की। ऋषि सुनक भी भारतीय मूल के पंजाब से ताल्लुक रखते हैं। दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है। फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की मुलाकात के बाद समाचार प्रेषण तक कोई बयान सामने नहीं आया है। इसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमानुएल मैक्रो से भी मुलाकात की। भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक प्रधानमंत्री की इस शिखर सम्मेलन में 20 मुलाकातें तय हैं।