The live ink desk. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने कहा है कि उसकी सेना ने यमन में ईरान समर्थित हूती चरमपंथी संगठन (Houthi rebels) से जुड़े 15 ठिकानों पर मिसाइल हमला किया है। पेंटागन के मुताबिक उसने आवागमन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए मिसाइल और युद्धपोतों से हमला किया है।
अमेरिकी हमले की धमाकों की गूंज यमन की राजधानी सना समेत कई मुख्य शहरों में सुनाई पड़ी है। मालूम हो कि साल 2023, नवंबर माह से अब तक हूती चरमपंथी संगठन द्वारा लाल सागर में तकरीबन 100 से भी ज्यादा मालवाहक जहाजों पर हमला किया गया है।
इन हमलों में दो जहाज डूब गए हैं। हूती विद्रोहियों (Houthi rebels) ने कहा कि गाजा पट्टी में इजरायल की सैन्य कार्रवाई के विरोध में वह जहाज पर हमला कर रहे हैं। मिडिल ईस्ट में अमेरिका के सैन्य अभियान की निगरानी करने वाले सेंट्रल कमांड ने कहा कि हूती से जुड़े हथियार व्यवस्था, उनका आधार और दूसरे ठिकानों पर हमला किया गया है।
फिलहाल, यमन स्थित हूती विद्रोहियों (Houthi rebels) से जुड़े मीडिया के मुताबिक यमन की राजधानी सना और कई दूसरे शहरों को निशाना बनाया गया है। इसी क्रम में बीते सोमवार को हूती विद्रोहियों ने कहा था कि उसने यमन में अमेरिका के बनाए गए एमक्यू 9 रीपर ड्रोन को मार गिराया है।
इसकी पुष्टि अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने भी की है। अमेरिकी मिसाइल और युद्धपोत फिलिपींस इराक समेत कई देशों में तैनात है। कुल मिलाकर मिडिल ईस्ट में स्थितियां बद से बद्तर होती जा रही हैं। कच्चे तेल की कीमतों में 5% की वृद्धि दर्ज की गई है। क्योंकि, ईरान इस युद्ध में कूद गया है, जो कि दुनिया का सातवां सबसे बड़ा तेल उत्पादक देश है।