ट्विटर अकाउंट सस्पेंड करने पर संघ ने जताई नाराजगी, कहा- प्रेस की आजादी कोई खिलौना नहीं
नई दिल्ली (the live ink desk). शुक्रवार को सोशल साइट ट्विटर ने कुछ पत्रकारों के अकाउंट को सस्पेंड कर दिया है, इसके बाद संयुक्त राष्ट्र संघ और यूरोपीय संघ ने भी कड़ा ऐतराज जताया है। बता दें कि ट्विटर ने वॉशिंगटन पोस्ट (The Washington Post), सीएनएन (CNN) और न्यूयॉर्क टाइम्स (The New York Times)के पत्रकारों के अकाउंट को लॉक कर दिया है। इस बारे में संयुक्त राष्ट्र संघ (यूएएन) ने ट्वीट कर कहा है कि प्रेस की आजादी कोई खिलौना नहीं है। इसी कड़ी में यूरोपीय संघ ने ट्विटर पर प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है।
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मालूम हो कि ट्विटर के प्रवक्ता ने एक अमेरिकी टेक न्यूज़ वेबसाइट को बताया है कि पत्रकारों के टि्वटर अकाउंट, लोकेशन डाटा को लाइव शेयर करने के मामले में निलंबित किए गए हैं। इस बारे में संयुक्त राष्ट्र में ग्लोबल कम्युनिकेशंस मामलों की अंडर सेक्रेट्री जनरल मेलिसा फ्लेमिंग ने कहा है कि पत्रकारों को वह मनमाने ढंग से ट्विटर से निलंबित किए जाने की खबरों से काफी परेशान हैं। उन्होंने कहा, प्रेस की आजादी कोई खिलौना नहीं है। एक स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रेस लोकतांत्रिक समाज का आधार है। फ्लेमिंग ने कहा, यह दुष्प्रचार के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभाता है।
इसी क्रम में यूरोपीय संघ की कमिश्नर ने ट्विटर को यूरोप के नए डिजिटल सर्विसेज एक्ट के तहत प्रतिबंधित करने की चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा है कि कानून के तहत मीडिया की स्वतंत्रता और बुनियादी अधिकार का सम्मान करना जरूरी है। एलन मस्क को इसकी जानकारी होनी चाहिए। फिलहाल ट्विटर के मुखिया एलन मस्क ने इस बारे में आधिकारिक तौर पर कुछ भी नहीं कहा है। एक ट्वीट में उन्होंने इतना जरूर कहा कि इन सब चीजों को लेकर उनकी और उनके परिवार को खतरे में डालना सही नहीं है। मेरी आलोचना करना ठीक है।