चलाचली की बेला में कहर ढा रहे बादलः रात ऐसा लगा जैसे फट गया आसमान, 30 से अधिक लोगों की मौत
लखनऊ/प्रयागराज/प्रतापगढ़ (the live ink desk). बरसात का सीजन जा चुका है। सर्दी का महीना शुरू हो गया है। इस चलाचली की बेला में लौटते बादलों ने पूरे प्रदेश में कहर (Heavy Rain) ढा दिया है। रविवार को सांझ ढलने के साथ ही आसमान में बादलों (clouds in the sky) ने डेरा डाल दिया था। जैसे ही आधी रात हुई, आसमान में ऐसी बिजली कड़की, जैसे आसमान फट गया हो। यह सिलसिला घंटेभर अनवरत चलता रहा। इस दौरान झमाझम बरसात (torrential rain) भी हुई।
बम, तोप के गोले से भी खतरनाक आवाज सुन लोगों की नींद टूट गई। आसमान से बरस रही आफत से अपने-अपने घरों की हालत देखने के लिए लोगों ने बिस्तर छोड़ दिया। हालांकि आसमानी आफत के आगे कोई कमरे से बाहर खुले में नहीं जा पाया। रुक-रुककर हुई बरसात से निचले इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए। गलियां पानी से लबालब हो गईं। पुराने शहर की स्थिति सबसे ज्यादा खराब नजर आई। लूकरगंज, खुल्दाबाद, करेली, मीरापुर (Lukerganj, Khuldabad, Kareli, Meerapur) समेत कई इलाकों में पानी भर गया।
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कमोवेश ऐसी ही स्थिति समीपवर्ती जनपद प्रतापगढ़ की रही। वहां भी रात के दूसरे पहर से झमाझम बरसात हुई। यहां दो दिन से मौसम खुल रहा था, लेकिन रही-सही कसर रात में घंटों हुई बरसात ने पूरी कर दी। सोमवार की सुबह का उजाला भी बादलों की ओट में हुआ।
24 घंटे में 30 से अधिक लोगों की हुई मौतः प्रदेशभर में हो रही मूसलाधार बारिश (torrential rain) के बीच बीते 24 घंटे के दौरान 30 लोगों की मौत भी हुई है। यह हादसे अलग-अलग जनपदों में हुए हैं। इन मौतों में वज्रपात से होने वाली मौतें भी शामिल हैं। इसके अलावा कई लोग मकान ढहने और नदियों में बहने के कारण काल कवलित हुए हैं। धान और गन्ने समेत दलहनी फसलें भी बाढ़ के पानी में डूबी हुई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आपदा का शिकार हुए लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की है।
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नौ दिन में हुई 92.3 मिलीमीटर बरसातः मौसम विभाग के मुताबिक एक से नौ अक्तूबर तक यूपी में 92.3 मिलीमीटर (सामान्य 15.4 मिलीमीटर) बरसात रिकार्ड की गई। अभी चार-पांच दिन इसी तरह की बारिश होने का अनुमान है। भारी बारिश के कारण सूबे की राजधानी लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर और पूर्वांचल के कई जिलों में हाहाकार मचा हुआ है। कई जनपदों में इंटरमीडिएट तक के स्कूलों में सोमवार को छुट्टी कर दी गई है। मुजफ्फरनगर के स्पोर्ट्स स्टेडियम के मैदान में पानी भरने से मेरठ के मवाना तहसील की अग्निवीर सेना भर्ती भी रविवार को नहीं हो पाई।
उफान पर घाघरा, सरयू, शारदा और राप्तीः शनिवार और रविवार को सात लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने से घाघरा, सरयू और शारदा नदी उफना गई हैं। जलस्तर बढ़ने से हजारों हेक्टेयर धान कीफसल जलमग्न हो गई है। गोंडा, बहराइच और बलरामपुर के सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए हैं। श्रावस्ती में राप्ती खतरे के निशान से एक मीटर ऊपर बह रही है। नेपाल से छोड़े जा रहे लाखों क्यूसेक पानी व झमाझम बारिश से बाराबंकी में सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। यहां आसपास के 57 गांवों में पानी भर गया, जिससे इन गांवों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है।
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पश्चिमी यूपी में भारी बारिश की संभावनाः मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में अगले 24 घंटे में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इसमें ज्यादातर जिले पश्चिमी यूपी के हैं। मौसम विभाग ने झांसी, जालौन, बांदा, हमीरपुर, कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव, हरदोई, कन्नौज, औरैया, इटावा, मैनपुरी, फर्रुखाबाद, एटा, आगरा, मथुरा, अलीगढ़, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, संभल, अमरोहा, हापुड़, गाजियाबाद और मेरठ में भारी बारिश की चेतावनी दी है। इस कारण से उक्त शहरों में आरेंज और यलो अलर्ट जारी किया गया है।