डीएम ने एमबीएस अस्पताल के गायब चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ का एक दिन का वेतन रोकने का दिया निर्देश। एनबीएसयू वार्ड में 11 सितंबर के बाद एक भी बच्चा न भर्ती होने पर व गंदगी मिलने पर सीएमएस को लगाई फटकार
भदोही (संजय सिंह). जिलाधिकारी विशाल सिंह ने मंगलवार को महाराजा बलवंत सिंह राजकीय चिकित्सालय का औचक निरीक्षम किया। इस दौरान इस्तेमाल की गई सिरिंज, मेडिकल कचरा इधर-उधर फेंका मिला। साफ-सफाई बेहाल मिली। इस पर डीएम ने नाराजगी व्यक्त करते हुए सीएमएस डा. संजय तिवारी फटकार लगाई और आवश्यक निर्देश दिए।
डीएम ने नवजात शिशुओं के लिए बनाए गए एनबीएसयू वार्ड का निरीक्षण किया। भर्ती पंजिका के अवलोकन में पता चला कि 11 सितंबर के बाद कोई नवजात शिशु इस वार्ड में भर्ती ही नहीं हुआ है। जिस पर जिलाधिकारी ने प्रभारी को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देश दिया कि शासन-प्रशासन नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए कितना सजग व सतर्क है, इसके बावजूद आप सबके द्वारा लापरवाही बरती जा रही है।
एनबीएसयू वार्ड के कंप्यूटर ऑपरेटर को भी लापरवाही व शिथिलता बरतने पर जिलाधिकारी ने कड़ी फटकार लगाते हुए सचेत किया। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की डीपीएम को निर्देशित किया कि एनएचएम के तहत संचालित सभी योजनाओं /अभियानों -जननी शिशु सुरक्षा योजना, पीएम मातृ वंदन योजना की प्रगति रिपोर्ट अविलंब उनके समझ प्रस्तुत करें।
निरीक्षण के दौरान डा. हर्षिता चंद्रा दंत विशेषज्ञ, डा. एसके गुप्ता जनरल सर्जन, डा. दीप्ति पांडेय नाक कान गला विशेषज्ञ सहित अधिकांश डाक्टर अपने कक्ष में नहीं मिले, साथ ही आउटसोर्सिंग व संविदा स्वास्थ्य कर्मी भी अनुपस्थित पाए गए, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी का एक दिन का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण जारी करने का निर्देश दिया।
चाइल्ड हास्पिटल का शुरू नहीं हुआ संचालन
जिलाधिकारी के पहुंचने पर सीएमएस डा. संजय तिवारी भी अपने कक्ष में अनुपस्थित पाए गए, हालांकि बाद में वे उपस्थित हो गए थे। 15 दिन पूर्व ही कार्यदायी संस्था द्वारा 100 बेड के मदर चाइल्ड विंग हॉस्पिटल को सीएमएस को हस्तांतरित कर दिया गया था, इसके बावजूद अभी तक संचालन न शुरू होने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराज़गी व्यक्त करते हुए सीएमएस को एक सप्ताह के अंदर संचालन करने का निर्देश दिया।
सेंट्रल पैथालॉजी, एक्स-रे कक्ष भी मिला बंद
जिलाधिकारी ने वाहय रोग विभाग, इमरजेंसी वार्ड, दवा वितरण, पर्ची काउंटर आदि पटल का निरीक्षण किया। सेंट्रल पैथोलॉजी लैब, एक्स रे कक्ष आदि बंद पाया गया। जिलाधिकारी ने मौजूद मरीजों व तीमारदारों से हाल-चाल पूछते हुए प्राप्त होने वाले स्वास्थ्य सुविधाओं की भी जानकारी ली। जिलाधिकारी ने जनपद के सभी डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देशित किया कि पूर्ण मनोयोग व लगन से मरीजों की सेवा को सुनिशचित करें।